2013 में हुए दंगे के मकदमों को योगी सरकार द्वारा वापिस लिए जाने के फैसले के विरोध में, मुजफ्फरनगर में शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में सैकड़ों हिन्दू मुस्लिम महिलाओं ने नेशनल अलाइंस ऑफ प्यूपल मूमेंट और जनकल्याण उपभोगता समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया ।
नेशनल अलाइंस ऑफ प्यूपल मूमेंट के उत्तर प्रदेश के कन्वीनर मुनेष कुमार गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि, मुज़फ्फरनगर 2013 के दंगे में दोषियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी, जिसमें योगी सरकार ने अपनी पोल्ट्रिकल लीडर शीप को बचाने के लिए मुकदमे वापिस लेने शुरू कर दिया है ।
लेकिन हम लोग इसका सख्त विरोध करते है, देश में सविंधान है, और न्यायिक परिक्रिया से गुजारे बिना अगर सरकार मुकदमा वापिस लेने की परिक्रिया शुरू करती है । या कलेक्टर से यह कहती है कि आप रिकमेंट करे । तो यह कानून का उल्लंघन है, उसकी अवेहलना है, 2013 का दंगा जो मुज़फ्फरनगर में हुआ, जिसमें बहुत सारे कैम्प लगे लड़कियों के साथ रेप हुए ।
लोग मारे गए यह घटनाएं झूठी थी या सच्ची, इसे अदालते तय करेगी, ना की उत्तर प्रदेश सरकार । जो एक पक्षीय को सरकार बचाने की बात कर रही है, हम लोग उसका सख्ती से विरोध करते हैं । आज दिल्ली से भी हमारे लोग यहाँ आए हुए हैं, ये लोग पुरे देश में एक जनमत बनाएंगे और इसका विरोध करेंगे । यह काम अदालत का है कि वह अपराधियों को सजा दे या फिर छोड़ दे लेकिन प्रदेश सरकार का कोई अधिकार नहीं बनता, कि वो मुक़दमे वापिस लेने के लिए प्रशासन पर दबाव डाले ।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए मुजफ्फरनगर से विशाल प्रजापति