- अरविन्द केजरीवाल, मुख्यमंत्री आतिशी, गोपाल
अभिमन्यु (नई दिल्ली) 16 नवम्बर, 2024 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 11 वर्षों के कार्यकाल में मुख्यमंत्री बदल गए परंतु दिल्ली की समस्याओं और गंभीर दमघोटू प्रदूषण पर नियंत्रण करने के मामले वर्ष दर वर्ष विफल रहे है। आज इंडिया गेट का एक्यूआई 424, नरेला 449, बुराड़ी का 428 के साथ राजधानी में औसतन एक्यूआई 400 से उपर रहा। गैस चैंबर बनी राजधानी के नागरिक अपने को असहाय महसूस कर रहे है क्योंकि आम आदमी पार्टी की सरकार निक्कमी और नाकारा साबित हुई है।
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजधानी में जहरीले, धुंध भरे मौसम में गंभीर प्रदूषण को नियंत्रित करने के असफल प्रयास से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व सीएम केजरीवाल के आश्वासन के बावजूद, दिल्ली की टूटी सड़कें, बदहाल पटरियां और गड्ढों की उड़ती धूल के कारण वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति पैदा हुई है। 31 अक्टूबर की डैडलाईन के बावजूद दिल्ली की सड़के जस की तस है और लोक निर्माण विभाग और दिल्ली नगर निगम सड़कों का पुर्नउद्धार करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। टूटी सड़कों के धूल कण, वाहनों का धुआं और सरकार की असंवेदनशीलता गंभीर प्रदूषण का मुख्य कारण है।
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि पर्यावरण मंत्री गोपाल राय द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए लागू की गई विभिन्न योजनाओं को वास्तविकता में जमीन पर लागू ही नही किया जा रहा है। गोपाल राय फोटो खिंचवाते है, चले जाते है, प्रदूषण नियंत्रण योजना दस्तावेजों में सिमटकर आम आदमी पार्टी का इंवेंट बन कर रह जाती है। उन्होंने कहा कि लगातार गंभीर होते प्रदूषण के कारण लोगों में स्वास्थ्य समस्याओं के विकार पैदा हो रहे है, सरकार ने वृद्धों को घर से बाहर निकलने और प्राइमरी स्कूलों को बंद कर दिया है, क्या अन्य स्कूल जाने वाले छात्रों को प्रदूषण कम प्रभावित करता है?
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने दो महीने पहले ही दिल्ली सरकार को आगाह किया था कि अगर समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर तक खराब होगी। उन्होंने कहा कि अन्य सभी शासन पहलुओं की तरह, गोपाल राय, आतिशी और दिल्ली के अन्य मंत्रियों ने अपने राजनीति स्वार्थ के लिए केवल झूठ बोला और राजधानी को गैस चैंबर में बदलने के लिए छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि युवा और बुजुर्ग समान रूप से आप सरकार के उदासीन रवैये के गंभीर परिणाम भुगत रहे हैं। अस्पतालों में वायु प्रदूषण के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले मरीजों की भीड़ बढ़ रही है वहीं डेंगू और चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियों के भी रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे है। यह सब आतिशी सरकार की विफलता को उजागर करता है जिसमें काम के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार होता है.