नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के ‘शक्ति’ वाले बयान पर सोमवार को पलटवार किया और कहा कि मैं उनकी चुनौती स्वीकार करता हूं। तेलंगाना के जगतियाल में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिये हर मां और हर बहन शक्ति का स्वरूप है। पीएम मोदी ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर मुंबई की रैली से ‘शक्ति’ के विनाश का बिगूल फूंकने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए हर मां-बेटी ‘शक्ति’ का स्वरूप है और वह उनके लिए अपनी जान की बाजी लगा देंगे।
पीएम ने आगे कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में लड़ाई ‘शक्ति के विनाशकों’ और ‘शक्ति के उपासकों’ के बीच है। चार जून को स्पष्ट हो जाएगा कि कौन ‘शक्ति’ का विनाश करने वाला है और किसे ‘शक्ति’ का आशीर्वाद प्राप्त है।
आखिर क्या था राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, ‘मुंबई से आज ‘हिंदुस्तान की आवाज’ निकली है-देश को बांटने का मंसूबा रखने वाली शक्ति, ‘इंडिया’ की शक्ति को कभी नहीं हरा सकती। उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी एक नकारात्मक शक्ति का मुखौटा हैं। वही शक्ति, जिसने हिंदुस्तान की संस्थाओं को गुलाम बना लिया है, वही शक्ति, जो भारत के किसान-मज़दूर, युवा-महिला, गरीब और छोटे उद्योगों को निचोड़ कर सब कुछ अपने चंद अरबपति मित्रों पर लुटा देना चाहती है, वही शक्ति, जो देश में आज भ्रष्टाचार की मोनोपोली है। अब इस शक्ति को करारा जवाब देने का वक्त है।’
इस रैली में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल कनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ के घटक दल के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे। रैली में पहुंची महिलाओं को संबोधित करते हुए मोदी ने उन्हें शक्ति स्वरूपा कहकर संबोधित किया और कहा कि वे शक्ति का रूप धारण कर उन्हें आशीर्वाद देने आई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव घोषित होने के बाद रविवार को मुंबई में ‘INDIA’ अलायंस की ‘सबसे महत्वपूर्ण’ रैली थी और उस रैली में उन्होंने अपना घोषणापत्र जाहिर किया।