टिहरी। नव वर्ष के जश्न के लिए धनोल्टी तैयार हो गई है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच थर्टी फर्स्ट मनाने के लिए ईको पार्क के बैंबो हट्स और जीएमवीएन गेस्ट हाउस पैक चल रहे हैं लेकिन इस बार अभी तक बर्फबारी नहीं होने के कारण सैलानी मायूस हैं। वहीं वन विभाग ने वन क्षेत्र में ध्वनि और वायु प्रदूषण पर नजर रखने के लिए टीमें गठित की हैं।
नए साल के जश्न को यादगार बनाने के लिए पर्यटक धनोल्टी ज्यादा संख्या में पहुंचते हैं। धनोल्टी एकांत स्थल है। साथ ही यहां चारों ओर देवदार और कुनेर के वृक्षों का घना जंगल है। इन खूबसूरत जंगलों के बीच में बटवालधार, कद्दूखाल, काणाताल, ज्वारना, ठांगधार में टेंट कैंप बनाए गए हैं।
इन टेंटों में कई बार पर्यटक मानकों से ज्यादा ध्वनि पर डीजे, पटाखे और बोन फायर से थर्टी फर्स्ट के आगाज का जश्न मनाते हैं। ऐसे में नए साल के जश्न के दौरान वन्य जीवों की जान सांसत में आ जाती है। जंगलों के बीच मानकों से अधिक ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए वन विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही होटल व रिजॉर्ट पर कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया है।
इसके लिए विभाग पुलिस की मदद से अलग-अलग टीमें गठित करेगी। नए साल का जश्न मनाने के लिए धनोल्टी और काणाताल क्षेत्र के होटलों में एडवांस बुकिंग हो चुकी है। होटल व्यवसायी पूरण सिंह बैलवाल, जयवीर बैलवाल ने बताया कि थर्टी फर्स्ट मनाने के लिए ईको पार्क के बैंबो हट्स की एडवांस बुकिंग है।
उन्होंने बताया कि बैंबो हट्स की बुकिंग पांच हजार और साधारण कॉटेज की बुकिंग 3500 रुपये है। होटल में एक कमरे का किराया 1500 तक है। रेंज अधिकारी आशीष डिमरी ने बताया कि काणाताल, कद्दूखाल क्षेत्र में ध्वनि मानकों की जानकारी सभी होटल और टेंट स्वामियों को दी जा चुकी है।
बावजूद रात 10 बजे के बाद डीजे, बोन फायर और पटाखे फोड़कर ध्वनि मानकों का उल्लंघन किया जाता है तो उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से वन कर्मियों की टीमें गठित की गई है। टीम रात के समय क्षेत्र में गश्त कर पर्यटकों की हर गतिविधियों पर नजर रखेगी।