देहरादून। चीन में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच भारत सरकार ने बचाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। आज 27 दिसंबर को देश भर के अस्पतालों में कोविड आपातकालीन तैयारियों की जांच करने के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। अस्पतालों में कोविड 19 मामलों से निपटने के लिए और आपातकालीन प्रतिक्रिया को परखने के मकसद से एक मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया भी मॉक ड्रिल में भाग लेंगे।
वहीं कोरोना संक्रमण की संभावित चौथी लहर से निपटने के लिए केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के बाद प्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पर्याप्त इंतजाम का दावा किया जा रहा है। अस्पतालों में आज 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था को परखा जाएगा। कोविड-19 के नए वैरीअंट के विश्व के कुछ देशों में बढ़ते प्रभाव के दृष्टिगत उत्तराखंड राज्य मे समय बद तैयारियां की जा रही है। हालांकि वर्तमान तक इस नए वैरीअंट को लेकर भारतवर्ष में किसी भी प्रकार की खतरे की आशंका नहीं जताई गई है, भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार उत्तराखंड राज्य में आज 27 दिसंबर 2022 को समस्त चिकित्सा इकाइयों में कोविड-19 प्रबंधन की चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है।
इस मॉक ड्रिल के सफल आयोजन के दृष्टिगत सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ आर राजेश कुमार द्वारा आज सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं चिकित्सा अधीक्षकों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की गई व सभी को कोविड-19 के समुचित प्रबंधन के लिए चिकित्सा इकाइयों को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए। इस मॉक ड्रिल के अंतर्गत सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अपने अधीनस्थ अधिकारियों को एक एक चिकित्सा इकाई में मॉक ड्रिल किए जाने के लिए नामित किए जाने हेतु निर्देशित किया गया । समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस मॉक ड्रिल की कड़ी समीक्षा किए जाने के लिए निर्देशित किया गया। राज्य स्तर से भी उच्च अधिकारियों को चयनित चिकित्सा इकाइयों में प्रतिभा किए जाने हेतु नामित किए जाने के लिए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा को निर्देशित किया गया।
वर्तमान में सैंपल जांच के आधार पर प्रदेश में संक्रमण दर 0.31 प्रतिशत है। रोजाना औसतन दो से तीन संक्रमित मामले ही सामने आ रहे हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य है, लेकिन चीन समेत कई देशों में कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
राज्य के पास इंतजाम
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए राज्य में कुल 22428 ऑक्सीजन सिलिंडर हैं। इसके अलावा 9743 ऑक्सीजन कॅन्सेनट्रेटर समेत 86 स्थानों पर ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित हैं। सरकारी अस्पतालों में 762 आईसीयू बेड, 8189 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड, 1032 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं।
सरकारी लैबों की प्रतिदिन 15 हजार आरटीपीसीआर जांच की क्षमता
प्रदेश के चार राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, हल्द्वानी, श्रीनगर और अल्मोड़ा समेत अन्य अस्पतालों में स्थापित 12 पैथोलॉजी लैब में प्रतिदिन 15 हजार आरटीपीसीआर जांच की क्षमता है। इस समय प्रतिदिन औसतन 600 से 700 सैंपलों की जांच हो रही है। सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर एक प्रतिशत से कम है।