रोजाना सुबह-सुबह 20 से 30 मिनट घास पर नंगे पैर चलने से हमारी सेहत को बहुत फायदे मिलते हैं। नंगे पैर चलने से हम सीधे जमीन से जुड़ते हैं, इसलिए इसे अर्थिंग या ग्राउंडिंग भी कहते हैं। इससे हमारे अंदर ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।। आइए आज आपको घास पर नंगे पैर चलने से होने वाले पांच फायदों के बारे में बताते हैं।
आंखों की रोशनी में होता है सुधार
हमारे पैरों में बहुत सारे रिफ्लेक्सोलॉजी प्वाइंट्स होते हैं जो आंखों सहित शरीर के कई अंगों से जुड़े होते हैं। घास पर नंगे पैर चलने से पैर की पहली, दूसरी और तीसरी उंगलियों पर दबाव पड़ता है जो आंखों की रोशनी के लिए मुख्य रिफ्लेक्सोलॉजी प्वाइंट्स हैं। इनके दबाव से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। इसके अलावा घास के हरे रंग को देखकर आंखों को सुकून भी मिलता है।
तनाव और चिंता को करें दूर
हरी-भरी घास पर नंगे पैर चलने और उस पर सूरज की रोशनी पडऩे से दिमाग शांत रहता है। ऐसे वातावरण में अपने दिन की शुरुआत करने से आप दिनभर तरोताजा महसूस करेंगे और तनाव और चिंता से भी दूर रहेंगे। इसके अलावा आपके पैरों को ताजी हवा मिलेगी और आपकी सारी थकान और शरीर का दर्द दूर हो जाएगा। इससे आप पूरा दिन एक्टिव भी रहेंगे।
अच्छी नींद आने में मिलेगी मदद
अगर आपको रात में सोने के लिए नींद की दवा खानी पड़ती है तो आपको रोजाना घास पर नंगे पैर जरूर टहलना चाहिए। यह 24 घंटे के चक्र का पालन करने वाले आपके शारीरिक, मानसिक और व्यवहारिक बदलावों में सुधार करता है। इससे आपको नींद और जागने के चक्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा प्रकृति के साथ शारीरिक संबंध रहने से कोर्टिसोल नामक तनाव हॉर्मोन कम होता है, जिससे गहरी नींद को बढ़ावा मिलता है।
सूजन कम करने के लिए है बेहतरीन
सुबह-सुबह घास पर नंगे पैर चलने से पैरों की एक्सरसाइज होती है और जमीन से जुड़े रहने से पैरों के रिफ्लेक्सोलॉजी प्वाइंट्स पर भी असर पड़ता है। इससे शरीर में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट सक्रिय होते हैं जो सूजन से लडऩे में मदद करते हैं। इसके अलावा ताजी हवा और ओस में भीगी घास पर चलने से पैरों को ऑक्सीजन मिलती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है सहायक
आप जितना प्राकृति से जुड़े रहेंगे, आपका दिल और दिमाग उतना ही शांत रहेगा। आप तनाव और डिप्रेशन से दूर रहेंगे। घास पर नंगे पैर चलने से आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा और बेहतर होगा। इसके अलावा आपका स्वभाव भी नरम रहेगा। वहीं हरियाली के बीच बैठने और टहलने से आप अन्य बीमारियों से भी दूर रहेंगे। डॉक्टर अक्सर डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को घास पर नंगे पैर चलने की सलाह देते हैं।