पिछली सरकार के मुकाबले इस इस सरकार में बच्चों पर हो रहे अत्याचार के मामलों में अधिक खुलासे हुए हैं और उन पर त्वरित कार्रवाई भी हुई है.ऐसा कहना है राज्य बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष विशेष गुप्ता का. बाल संप्रेक्षण गृह में लगातार बच्चों पर हो रहे उत्पीड़न के मामले में अब सरकार ने अपना कड़ा रूप अपना लिया है और बाल संरक्षण आयोग को जांच के निर्देश देते हुए उनसे रिपोर्ट मांगी गई है.
किसी न किसी विवाद को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहने वाला मेरठ का बाल संप्रेक्षण गृह एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है. बता दें कि दो दिन पहले खाने की क्वालिटी को लेकर बाल संप्रेक्षण गृह के बालक भूख हड़ताल पर बैठ गए थे जिसकी गूंज लखनऊ तक पहुँची और तुरन्त मामले की जांच के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग को आदेश करते हुए तुरन्त मामले की रिपोर्ट मांगी गई.जिसके बाद आज मेरठ पहुँचे बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष विशेष गुप्ता मेरठ पहुँचे और और बाल संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया.
विशेष गुप्ता ने कहा कि मामले में दोषी अधिकारियों को बिल्कुल बख्शा नही जाएगा उनकी रिपोर्ट बनाकर तुरन्त सरकार को भेजी जाएगी. सरकार बच्चों पर हो रहे अत्याचार को लेकर काफी सख़्त है और सरकार पूरे प्रयास कर रही है कि बच्चों को उनका अधिकार मिले चाहे वो स्कूल में मिड डे मिल हो या फिर संप्रेक्षण गृह में खाना या और मूलभूत सुविधाएं. अगर कोई अधिकारी सरकार के प्रयासों को विफल बनाने या सरकार की साख को धूमिल करने का काम करेगा तो उसको किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाएगा.
उनका कहना है कि पिछली सरकार में मामलों को दबाया जाता था लेकिन इस सरकार में मामलों का खुलासा कर उनका निवारण किया जाता है. इसलिए इस सरकार में पिछली की भांति ज्यादा शिकायतें आई और अधिकतर उनका निवारण भी किया गया.
प्रदीप शर्मा मेरठ