बुलंदशहर बवाल में एक छात्र को भी गोली लगी थी जिसको उपचार के लिए मेरठ भेजा गया था। मेरठ में डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया और उसके शव को मोर्चरी में रख दिया। बताया जा रहा है कि मृतक सुमित b.a. सेकंड ईयर का छात्र था और भाजपा का कार्यकर्ता भी था । सुमित के परिजनों के अनुसार सुमित अपने किसी चिंगरावठी स्थित अपने घर से बस स्टैंड अपने दोस्त को छोड़ने जा रहा था तो वहां पर पहले से ही बवाल चल रहा था। इसी दौरान किसी पुलिसकर्मी ने सुमित को गोली मार दी और वह घायल हो गया। घायल अवस्था में उपचार के लिए उसको मेरठ भेजा गया लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो चुकी थी। अब सुमित के शव को मेरठ के आनंद हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है। सुमित के परिवार का आरोप है कि सुमित के भाई और पिता को पुलिस कहां ले गई है इसका भी कोई सुराग नहीं लग पाया है।
वहीं हॉस्पिटल पहुंचे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई का कहना है कि मोर्चरी का ताला लगा कर s.h.o. मेडिकल सतीश चंद चाबी अपने साथ ले गए जो कि गलत है। इसके अलावा बुलंदशहर में हुए बवाल पर वह दूसरे जिले का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दिए। जब लक्ष्मीकांत वाजपेई से हमारे संवाददाता प्रदीप शर्मा ने सवाल किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इतना बड़ा बवाल किसकी साजिश हो सकती है या इसका कारण क्या है, तो उस पर भी उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि 2019 के चुनाव से इस बवाल का कोई लेना देना नहीं है।
प्रदीप शर्मा
मेरठ