नई दिल्ली। पशु अधिकारों के लिये काम करने वाले एक संगठन ने केन्द्र एवं राज्यों से भविष्य में होने वाली किसी भी आपदा से पशुओं और लोगों की आजीविका को बचाने के लिये आवश्यक वित्तीय एवं तकनीकी संसाधनों के साथ विशिष्ट योजनाएं तैयार करने को कहा है।
पशु अधिकारों के लिये काम करने वाली संस्था ‘वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन’ ने अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर कहा कि केन्द्र एक पशु चिकित्सा आपात कोष की स्थापना करे। उसने केन्द्र एवं सभी राज्य सरकारों से भी अनुरोध किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि आपदा जोखिम को कम करने के प्रयासों में पशु संरक्षण को भी शामिल किया जाये। संस्था ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन
नीति योजनाओं और तलाश एवं बचाव अभियानों में पशुओं को शामिल कर भारत में इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। वर्ल्ड एनिमलस प्रोटेक्शन (डब्ल्यूएपी) ने कहा कि हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह इन पहलों को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिये एक पशु चिकित्सा आपात कोष की स्थापना करे। इसके अनुसार, ‘‘डब्ल्यूएपी ने सभी राज्यों और केन्द्र प्रशासित राज्यों से भी अनुरोध किया है कि वे अपने-अपने राज्य पशु आपदा प्रबंधन योजनाओं में तमाम आवश्यक वित्तीय एवं तकनीकी संसाधनों को जगह दें ताकि भविष्य में किसी भी आपदा के दौरान पशुओं और लोगों की आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित हो।फोटो साभार-zen10.com.au।यहाँ भी क्लिक करें।