उत्तर प्रदेश की राजधानी में बीती रात 2 बजे पुलिस ने एक एनकाउंटर किया। यह एनकाउंटर ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी का हुआ।पुलिस ने दावा किया है कि कार संदिग्ध स्थिति में थी और उसकी लाइटें बंद थीं। एनकाउंटर में विवेक के सिर पर गोली मारी गई। पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने बताया कि ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की कार संदिग्ध थी जिसकी लाइट बंद थी औऱ जब उसने कार की तलाशी लेनी चाही तो विवेक ने तीन बार गाड़ी से मारने की कोशिश की, जिसके बाद अपने बचाव में मुझे फायरिंग करनी पड़ी।
ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी के साथ गाड़ी में सना खान मौजूद थी। उन्होंने पूरा बताया कि ‘मैं विवेक के साथ घर जा रही थी। गोमती नगर विस्तार के पास हमारी गाड़ी पहुंची थी, तभी दो पुलिसवाले सामने से आए। पीछे वाले के हाथ में लाठी थी और आगे वाले के पास गन। हमने उनसे बचकर निकलने की कोशिश की लेकिन तभी अचानक उन्होंने गोली चला दी। हमने वहां से गाड़ी आगे बढ़ाई. आगे हमारी गाड़ी अंडरपास में दीवार से टकरा गई और विवेक के सिर से काफी खून बहने लगा। मैंने सबसे मदद लेने की कोशिश की। थोड़ी देर में वहां पुलिस आई, जिसने हमें अस्पताल पहुंचाया। बाद में जानकारी मिली कि विवेक की मौत हो चुकी है।’
वहीं हमले में जान गवाने वाले ऐपल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने कहा कि अगर मेरे पति किसी संदिग्ध हालत में थे भी तो भी पुलिस को कोई हक नहीं कि वो मेरे पति को गोली मारे। अगर विवेक ने पुलिस के कहने पर गाड़ी नहीं रोकी तो आरटीओ दफ्तर जाकर उनकी गाड़ी का नंबर नोट करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी। पुलिस ने आखिर उन्हें गोली क्यों मारी? क्या वो कोई आतंकवादी थे।
#WATCH Kalpana Tiwari,wife of deceased Vivek Tiwari says,”Police had no right to shoot at my husband,demand UP CM to come here&talk to me.” He was injured&later succumbed to injuries after a police personnel shot at his car late last night,on noticing suspicious activity #Lucknow pic.twitter.com/buJyDWts5n
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018