माले, रायटर। मालदीव राष्ट्रपति चुनाव में मालदिवियन डेमोक्रैटिक पार्टी (MDP) के उम्मीदवार इब्राहिम सोलीह ने जीत हासिल की है। सोलीह को भारत का समर्थक माना जाता है। इसके साथ ही चीन की तरफ झुकाव रखनेवाले मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन चुनाव हार गए हैं। मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव को नतीजे भारत के लिए अच्छे संकेत दे रहे हैं, क्योंकि मुख्य विपक्षी उम्मीदवार रहे इब्राहिम भारत के साथ हमेशा से अच्छे संबंधों के हिमायती रहे हैं। इब्राहिम भारत के साथ मजबूत संबंधों के हिमायती रहे हैं।
न्यूज वेबसाइट मिहारु डॉट कॉम के मुताबिक, सोलिह को कुल 92 प्रतिशत में से 58.3 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं। चुनाव पर नजर रखने वाले स्वतंत्र एजेंसी ट्रांसपेरेंसी मालदीव्स के मुताबिक, सोलिह ने निर्णायक अंतर से जीत हासिल की है। वहीं, जीत के बाद अपने पहले भाषण में सोलीह ने कहा, ‘यह खुशी, उम्मीद और इतिहास का पल है।” उन्होंने साथ ही सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की अपील की है। इस बीच राष्ट्रपति चुनाव में इब्राहिम मोहम्मद की जीत पर भारत ने बधाई ही है।
मालदीव में चुनावी नतीजों पर विदेश मंत्रालय ने सोलीह को बधाई देते हुए कहा, ‘ मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में इब्राहिम मोहम्मद सोलीह की जीत हुई है। जीत पर उन्हें दिल से बधाई। वहां के लिए चुनाव आयोग को जल्द से जल्द नतीजों की आधिकारिक घोषणा करनी चाहिए।’ बता दें कि पहले विपक्ष को ऐसा डर था कि राष्ट्रपति यामीन अब्दुल गयूम के पक्ष में चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। यामीन के पहले कार्यकाल में विपक्षी राजनीतिक पार्टियों, अदालतों और मीडिया पर कड़ी कार्यवाही की गई है। बीते फरवरी में आपातकाल लागू कर, संविधान को निलंबित कर और यामीन के खिलाफ महाभियोग की कोशिश कर रहे सांसदों को रोकने के लिए सैनिकों को भेजकर मौजूदा राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल दिया था।