गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर दिल्ली के एम्स अस्पलात में अपना ईलाज करा रहा है वहीं दूसरी तरफ गोवा में राजनीतिक उठापटक चालू हो गई है। कांग्रेस राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेन गई लेकिन उनकी मुलाकात राज्यपाल से नहीं हो पाई जिसके बाद कांग्रेस के विधायक राज्यभवन में एक पत्र छोड़कर वापस आ गए।
Goa Congress, along with its 14 MLAs, staked claim to form govt in the state. They submitted a letter before the Raj Bhavan but there has not been a meeting between the Governor and them. Congress party has 16 MLAs in the state. pic.twitter.com/TrVUi8rCWo
— ANI (@ANI) September 17, 2018
गोवा कांग्रेस के प्रमुख चंद्रकांत कावलेकर ने कहा, ‘हमने राज्यपाल को दो ज्ञापन सौंपे हैं और उनसे अनुरोध किया है कि 18 महीने के भीतर ही चुनाव से गुजरने की स्थिति फिर पैदा नहीं होनी चाहिए। जनता ने हमें पांच साल के लिए चुना है। अगर मौजूदा सरकार कार्य करने में सक्षम नहीं है तो हमें सरकार गठन का मौका दिया जाए।’ कावलेकर ने कहा, ‘राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया। आज उसका नतीजा देखिए कि गोवा में सरकार किस तरीके से चल रही है। सरकार होते हुए भी नहीं है। इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।’
We’re single largest party,should’ve been given the chance earlier.See how govt is functioning today.Govt hote huye bhi na ke barabar hai.We have numbers so we’re staking claim. Guv will be here tomorrow. We’ll request him for it: C Kavlekar, Congress Legislature Party Chief #Goa pic.twitter.com/g4X5tgwA6I
— ANI (@ANI) September 17, 2018
गौरतलब हो, 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के पास 16 सीटे है वहीं बीजेपी के पास 14 सीटें हैं। बीजेपी के पास एक निर्दलीय और अन्य पार्टियों के समर्थन से 24 सीटें हैं जो सरकार बनाने के लिए जरूरी 21 सीटों से 3 सीटें ज्यादा हैं। गोवा में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार का गठन किया है।