पिछले 2 माह से तेजगढ़ वन परिक्षेत्र के सोमखेड़ा के जंगल मे बाघ होने की सूचना लगातार मिल रही थी लेकिन वन विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नही की, लेकिन गुरुवार दोपहर से मोहली झापन क्षेत्र में बिना बाघ के जंगल मे विचरण करने के कुछ वीडियो वायरल होने के बाद वन अमला हरकत में आ गया। बताया जा रहा है कि यंहा से गुजरने वाले लोगो ने जब बाघ देखा तो जंगल मे पीछा करते वीडियो और फ़ोटो शूट कर लिए गए और बाघ का पीछा भी किया गया जो कि बाघ की सुरक्षा के नजर से बेहद लापरवाही पूर्ण है। वन विभाग को जैसे ही बाघ की जानकारी मिली उसके बाद वन कर्मियों ने तलाश शुरू की।
बताया जा रहा है कि यह बाघ अब झापन के बीट क्रम पीएफ 218 से आरएफ 137 के जंगल मे पँहुच गया है। बताया जा रहा है कि यह वहीं बाघ है जो करीब 2 माह पहले हिंडोरिया के जंगल से तेंदूखेड़ा के नोरादेही वन अभ्यारण्य की ओर आया था हालांकि वन अमले से बाघ की सूचना पन्ना टाइगर रिजर्व को दी है। जो बाघ को फॉलो कर कॉलर आईडी पहनाने की कोशिश करेंगे।
बाघ की हरकत के वीडियो और खबर वायरल जरूर हो रही लेकिन स्थानीय वन अमले द्वारा अभी किसी प्रकार का बयान और बाघ के होने की पुष्टि नही की जा रही वहीं क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लेकिन बिना कॉलर आईडी के तेजगढ़ तेंदूखेड़ा के जंगल मे इस बाघ के होने और घण्टो तक बाहरी और अनधिकृत लोगो द्वारा वीडियो फ़ोटो बनाये जाने से बाघ की सुरक्षा और वन विभाग की गैर जिम्मेदारना कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।
हिंद न्यूज टीवी के लिए दमोह मध्यप्रदेश से दीपक सेन की रिपोर्ट