केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं शुरू हो रही है। इसमें 28 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इससे पहले सरकार ने पूर्व में अपनाई गई व्यापक एवं सतत मूल्यांकन (सीसीई) को हटाने का फैसला किया, जिसके बाद इस साल से 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दोबारा से शुरू होगी।
10वीं की परीक्षाएं भारत में 4,453 और देश से बाहर 78 केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी। इसी तरह 12वीं की परीक्षाएं भारत में 4,138 और विदेशों में 71 केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने देश भर में कठिनाइयों से मुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य प्राधिकरणों एवं स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर पर्याप्त व्यवस्थाएं की है। मधुमेह की बीमारी से पीड़ित छात्रों को परीक्षा केंद्रों में खाने-पीने की चीजें रखने की मंजूरी दी गई है।
हाईस्कूल यानी दसवीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 16 लाख 38 हजार 428 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। वहीं इंटरमीडिएट यानी 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 11 लाख 86 हजार 306 छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
विशेष जरूरतों पर लैपटॉप की मदद ले सकेंगे
इस साल से सीबीएसई विशेष जरूरतों वाले छात्रों को लैपटॉप की मदद से परीक्षा देने की भी मंजूरी दे रहा है, लेकिन परीक्षा केंद्र पर कंप्यूटर शिक्षक उनके लैपटॉप की जांच करेंगे और इंटरनेट कलेक्शन की मंजूरी नहीं होगी।
इस बार बोर्ड परीक्षाओं में शारीरिक रूप से अशक्त कुल 7,356 छात्रों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं क्रमश: 4,510 और 2,846 विद्यार्थी शामिल हैं।