पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए दिल्ली में सर्वदलीय प्रार्थना सभा के दौरान जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत माता की जय के मारे क्या लगाए इससे वहां के कुछ कट्टरपंथी इतने नाराज हो गए की उन्होंने अब्दुल्ला के लिए खिलाफ ‘शर्म करो-शर्म करो’ के नारे लगा दिए। इतना ही नहीं, लोग उन्हें मस्जिद से बाहर निकालने की मांग तक करने लगे और हाथों में जूते उठा लिए।
बुधवार को बकरीद के मौके पर हजरत बल में नमाज पढ़ने गए फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की। वहीं इस नारेबाजी के बाद फारूक अब्दुल्ला ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि, मैं डरने वाला नहीं हूं। अगर वो समझते हैं कि इससे आजादी आएगी, तो मैं इनको कहना चाहता हूं कि पहले बेरोजगारी, बीमारी और भुखमरी से आजादी पाओ।’
Mein darne wala nahi hun. Agar yeh samajhte hai ki ise azadi aayegi toh mein inko kehna chahta hun ki pehle begaari,beemari aur bhookmari se azadi pao: Farooq Abdullah on protests against him during Eid prayers for raising’Bharat Mata ki Jai’ slogans during Vajpayee’s prayer meet pic.twitter.com/F0dCBoDJ80
— ANI (@ANI) 22 August 2018
उन्होंने कहा, ‘आज भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता शुरू करने का समय आ गया है। नफरत को छोड़ने की जरूरत है। यह देश हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समेत उन सभी का है, जो यहां रहते हैं।’
Today, the time has come to have a peaceful dialogue between India and Pakistan. There is a need to get rid of hatred. This country belongs to Hindus, Muslims, Sikhs and Christians and all those who live here: Farooq Abdullah pic.twitter.com/EUJAczRF9c
— ANI (@ANI) 22 August 2018
वहीं, आज बकरीद के अवसर पर श्रीनगर और जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखने को मिली। श्रीनगर में ईद की नमाज पढ़ने के बाद कुछ लोगों ने पाकिस्तान और ISIS के झंडे लहराए। साथ ही बकरीद के दिन भी पाकिस्तानी सेना की तरफ से सीजफायर उल्लंघन किया गया। साथ ही बुधवार को आतंकियों ने दो लोगों की हत्या कर दी।