केरल में भारी बारिश के बाद बाढ़ आने से लगभग 100 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। केरल में बाढ़ से काफी नुकसान समेत 350 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। हर किसी को केरल में बाढ़ और बारिश से हुई तबाही ने हैरान कर दिया है। हर कोई यहां अपने-अपने तरीकों से मदद पहुंचा रहा है। भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा राहत बल, संघ और राज्य सरकार बचाव और राहत कार्यों के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है।
इन सभी के साथ बड़े पैमाने पर संघ स्वयंसेवक, सेवा भारती के स्वयंसेवकों समेत कई अन्य सामाजिक-धार्मिक और सेवा संगठन बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। यहां तक कि संघ स्वयंसेवक लोगों को बचाने के लिए अपने जीवन को जोखिम में डाल रहे हैं। ऐसे में उनके द्वारा किया जा रहा कार्य और सेवा सराहनीय है।
केरल के लोगों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है क्योंकि वहां पर अब संसाधन सीमित हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संकट की इस घड़ी में केरल के लोगों के साथ खड़ा है और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। केरल में बाढ़ के चलते 7,24,649 लोगों को राहत शिवरों में रहना पड़ रहा है। लगभग 16 हजार किलोमीटर की सड़क और 134 पुल बाढ़ से तबाह हो गए हैं।
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लोगों तक हर जरूरत की चीजें पहुचा रहा है। खाने-पीने की चीजें, कपड़े, कंबल, पानी आदि कई चीजें जरूरत मंद लोगों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता पहुंचा रहे हैं। दिन हो या फिर रात ये कार्यकर्ता सिर्फ और सिर्फ लोगों की मदद में लगे हुए हैं।