रमाला (बागपत)। स्वतंत्रता दिवस पर कंडेरा गांव में जश्न-ए-आजादी के बीच दो महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इनमें पहला है नशाखोरी से आजादी और दूसरा जल दोहन से मुक्ति। फैसला पंचायत का था लेकिन हर आम-ओ-खास ने इस पर सहमति की मुहर लगाई। यदि फिर भी कोई फैसलों से इतर मनमानी करेगा तो उसके घर के सामने सांकेतिक रूप से ढोल बजाकर उसका नाम भी सार्वजनिक किया जाएगा।
15 अगस्त को ध्वजारोहण के बाद कंडेरा गांव के ग्रीन पार्क में पंचायत की गई। अध्यक्षता करते हुए प्रधान चंद्रपाल ¨सह ने कहा कि युवा पीढ़ी नशे के दलदल में धंसती जा रही है। यह सिलसिला नहीं रुका तो उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इसका प्रमुख कारण गांव में हो रहा नशीली वस्तुओं का अवैध कारोबार भी है। बुजुर्गों ने कहा कि गांव में लोग सबमर्सिबल पंपों के जरिए पानी की बर्बादी कर रहे हैं, जिससे वाटर लेवल तेजी के साथ नीचे जा रहा है। यदि जल दोहन नहीं रोका तो आने वाले दिनों में हम बूंद-बूंद पानी के लिए तरस जाएंगे।
इसे रोकने के लिए पांच-पांच सदस्यों की दो कमेटी बनाई गई। एक कमेटी युवाओं की होगी, जो अन्य युवाओं को जागरूक कर उन्हें नशाखोरी से दूर रहने के लिए प्रेरित करेगी। साथ ही शराब बिक्री की भी निगरानी करेगी। दूसरी कमेटी बुजुर्गो की होगी, जो जल दोहन से होने वाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करेगी।
कमेटी ने निर्णय लिया कि यदि फिर भी कोई पानी की बर्बादी करेगा तो उसके घर के सामने सांकेतिक रूप से ढोल बजाया जाएगा। पंचायत में वीरेंद्रपाल सिंह, रविंद्र मुखिया, कपिल तोमर, वीरपाल, ब्रह्मपाल, सुधीर तोमर, हरेंद्र, सुनील, पंकज आदि मौजूद थे।