You are here
Home > slider > जानें “अटल बिहारी वाजपेयी” के बारे में 22 रोचक तथ्य

जानें “अटल बिहारी वाजपेयी” के बारे में 22 रोचक तथ्य

Share This:

1. अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 ई० को भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित ग्वालियर के शिंदे की छावनी में हुआ था।

2. इनके पिता श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर में ही अध्यापन कार्य करते थे। अटलजी के दादा पं० श्याम लाल बिहारी वाजपेयी जाने-माने संस्कृत के विद्वान थे।

3. अटलजी की आरंभिक शिक्षा स्थानीय विद्यालय में हुई। तत्पश्चात ग्वालियर में ही विक्टोरिया कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

4. इन्होंने कानपुर के डी.ए.वी. कॉलेज से राजनीति शास्त्र में प्रथम श्रेणी में स्नातकोत्तर की उपाधि अर्जित की। इसके पश्चात कानून की पढ़ाई करने के लिए विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया।

5. हैरानी की बात है कि अटल बिजारी वाजपेयी ने लॉ की पढ़ाई अपने पिता के साथ-साथ की। कानून के छात्र के रूप में वे दोनों एक साथ होस्टल के कमरे में रहते थे।

6. अटल जी ने विवाह नहीं किया। उन्होंने अपना जीवन देश की भलाई के लिए एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प कर लिया था।

7. अटलजी अपने प्रारंभिक जीवन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आ गए थे। 1942 के ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन में इन्होने भी भाग लिया और 24 दिन तक कारावास में रहे।

8. इन्होने पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट ख्याति प्राप्त की।

9. अटलजी ने अनेक पुस्तकों की रचना की। उनको कविताओं से भी खासा लगाव रहा। वह अपने विचारों को कई बार कविताओं के माध्यम से ही सामने रखते थे।

10. अटलजी एक कुशल वक्ता हैं। उनके बोलने का ढंग बिलकुल निराला है।

11. पत्रकारिता से अटलजी ने राजनीति में प्रवेश किया। 6 अप्रैल 1980 ई० में उनको भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर आसीन किया गया।

12. 16 मई 1996 को अटलजी ने देश के 10वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। किन्तु इस बार इनको संख्या बल के आगे त्याग-पत्र देना पड़ा।

13. 19 मार्च 1998 को पुनः अटलजी को देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। 13 अक्टूबर 1999 को अटलजी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।

14. इससे पहले 1997 में वह जनता पार्टी सरकार में विदेश मंत्री बने और संयुक्‍त राष्ट्र संघ के एक सत्र में उन्होंने हिंदी में अपना भाषण दिया।

15. यह बात सही है कि अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के दिग्गज नेता थे, लेकिन विरोधी दलों के बीच भी उनका अपना खास मुकाम रहा।16. यहाँ तक कि जवाहर लाल नेहरू ने भविष्यवाणी करते हुए कह दिया था कि एक दिन अटल जी भारत के प्रधानमंत्री होंगे।

17. दिसंबर 2005 में वाजपेयी ने सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान किया।

18. अटल बिहारी वाजपेयी को उनके करीबी दोस्त और रिश्तेदार ‘बापजी’ कहते हैं।

19. उनकी गोद ली हुई एक बेटी है, जिसका नाम नमिता है।

20. अटलजी मात्र राजनेता ही नहीं अपितु सर्वमान्य व्यक्ति एवं साहित्यकार भी हैं। उनका चिरप्रसन्न एवं मुक्त स्वभाव उनको महान बना देता है।21. आज अटलजी राजनीति के उस सर्वोच्च स्थान पर पहुँच चुके हैं जहाँ व्यक्ति को किसी भी राजनीतिक पक्ष की जरूरत नहीं पड़ती। अपितु उनका सान्निध्य ही किसी भी पक्ष अथवा व्यक्ति के लिए गौरव की बात होती है।

22. उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।

अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति के भीष्म पितामह के रूप में सदैव याद किया जायेगा!!!

Leave a Reply

Top