स्वतंत्रता दिवस के दिन जहां पूरा देश आजादी के रंग में रंगा हुआ है वहीं आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने भी आज अपनी पार्टी से आजादी पा ली और इसका ऐलान उन्होंने ट्वीट कर करा। आशुतोष ने आम आदमी पार्टी को अलविदा क्यों कहा है अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है लेकिन ऐसा माना जा रहा हैं की जब से पार्टी ने उनकी सीट पर किसी ओर को राज्यसभा भेजा है उसके बाद से वो पार्टी के शिर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे थे। आपको बता दे, आशुतोष पहले एक पत्रकार थे औऱ बाद में जब उन्होंने पत्रकारिता छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था और 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हों चुनाव भी लड़ा था। 2014 के चुनाव के दौरान मोदी लहर में वह चांदनी चौक से तीन लाख से अधिक वोट पाकर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री डा. हर्षवर्धन से एक लाख वोटों से हार गए थे। फिर भी वह कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से सवा लाख वोटों से आगे रहे थे।
Every journey has an end. My association with AAP which was beautiful/revolutionary has also an end.I have resigned from the PARTY/requested PAC to accept the same. It is purely from a very very personal reason.Thanks to party/all of them who supported me Throughout.Thanks.
— ashutosh (@ashutosh83B) 15 August 2018
2019 के लोकसभा चुनाव करीब 8 महिने बाद ही होंगे और ऐसे में इस समय आशुतोष का इस्तीफा पार्टी के लिए एक बहुत बड़ा झटका है। आम आदमी पार्टी में आशुतोष से जुड़े करीब सूत्रों ने हिंद न्यूज टीवी को बताया कि अशुतोष ने आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को इस्ताफा तो काफी पहले ही दे दिया था। सूत्रों की माने को आशुतोष ने अपना इस्तीफा उस समय दे दिया था जब उन्हें संजय सिंह के साथ राज्यसभा नहीं भेजा गया था और उऩकी जगह सुशील गुप्ता को राज्यसभा भेजा गया था।दरअसल, आप ने तीन लोगों को राज्सयय़भा भेजा था जिसमें संजय सिंह, सुशील गुप्ता, और एनडी गुप्ता के नाम शामिल थे। सुशील गुप्ता, और एनडी गुप्ता दोनों ही उस समय पार्टी में शामिल नहीं थे।