अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सुर्य को छूने’ के लिए अपना पार्कर सोलर प्रोब को रविवार को रवाना किया। सूर्य के बाहरी वातावरण के रहस्यों पर से पर्दा उठाने और अंतरिक्ष के मौसम पर पड़ने वाले उसके प्रभावों को जानने के लिए पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के करीब जाएगा। पहले इस यान की लॉन्चिंग शनिवार को होनी थी लेकिन तकनीकी खामी के कारण इसे रविवार के लिए टालना पड़ा था। ‘पार्कर सोलर प्रोब’ नाम का यह अंतरिक्ष विमान कार के आकार का है जो सूरज की सतह के सबसे करीब लगभग 40 लाख मील की दूरी से गुजरेगा।
अमेरिका के केप केनेवरल एअर फोर्स स्टेशन पर स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 37 से रविवार सुबह इस यान को प्रक्षेपित किया गया। ‘पार्कर सोलर प्रोब’ में ऐसा थर्मल प्रोटेक्शन सिस्टम लगा हैं जिसके चलते वो आज तक भेजे गये अंतरिक्ष यानों से सात गुना से ज्यादा सूर्य के करीब जाने में सफल हो पाएगा।
#WATCH: NASA (National Aeronautics and Space Administration) launches #ParkerSolarProbe – its mission to send a satellite closer to the Sun – from Cape Canaveral, Florida in the US. (Source: NASA) pic.twitter.com/xjIBdZDC1Q
— ANI (@ANI) August 12, 2018
सूर्य के बाह्य वातावरण कोरोना से गुजरने के दौरान यह सूर्य का नजदीक से अवलोकन करेगा। पार्कर सोलर प्रोब में ऐसे कई उपकरण लगे है जिससे वो सूरज का दूर से, आस-पास और सीधे तौर पर अध्ययन करेगा। इन अध्ययनों से मिले डेटा के आधार पर हमारे तारे के बारे में तीन मौलिक सवालों का जवाब ढूंढने में वैज्ञानिकों को मदद मिलेंगी।
पार्कर सोलर प्रोब जैसा सूर्य के अध्ययन का मिशन दशकों से वैज्ञानिकों का स्वप्न रहा है। हालांकि, हीट शील्ड, सोलर ऐरे कूलिंग सिस्टम और फॉल्ट मैनेजमेंट सिस्टम जैसी जरूरी प्रौद्योगिकी हाल के वर्षों में ही हासिल की जा सकी है, जिससे इस तरह के मिशन को साकार किया जा सकेगा।