ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधु को आज विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दे अगर आज सिंधु यह मैच जीत लेती तो वो विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन जाती। सिंधू को मारिन ने सीधे सेटों में 21-19,21-10 से हराया। दोनों के बीच यह मुकाबला करीब 45 मिनट तक चला।
पिछले वर्ष भी सिंधु ने इस चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंची थी लेकिन उन्हें जापान की नोजोमी ओकुहारा ने हरा दिय़ा था। जबकि मारिन ने चीन की बिंगजियाओ को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। गौरतलब दो कि ओलंपिक के फाइनल में सिंधु को मारिन ने ही हराया था। ऐसे में आज सिंधु के पास मौका था कि वो मारिन को हराकर ओलंपिक की हार का बदला ले सकती थी।
शुरू से ही था मारिन का पलड़ा भारी
अगर आकड़ो पर गौर करे तो आज के मुकाबले को लगा कर अब तक दोनों के बीच कुल 12 मुकाबले हुए हैं जिसमें 7 में मारिन को जीत मिली हैं वहीं 5 बार सिंधु ने उन्हें हराया हैं। वैसे विश्व चैंपियनशिप में दोनों की यह दूसरी भिड़ंत थी। इससे पहले सिंधु और मारिन 2014 में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भिड़ चुकी हैं जहां मारिन बाजी मार ले गई थीं।
स्वर्ण का सपना अब भी अधूरा
फाइनल में पहुंच कर सिंधु ने अपना दूसरा रजत पदक पक्का कर लिया हैं। अभी तक सिंधु विश्व चैंपियनशिप में तीन पदक अपने नाम कर चुकी हैं और इस रजत को जोड़ दे तो अब चार पदक उनके नाम है। उन्होंने 2013 और 2014 में लगातार दो बार कांस्य पदक जीते थे जबकि 2017 में पहला रजत पदक अपने नाम किया था।