लोकसभा चुनावों से पहले एक बार फिर विपक्षी पार्टियां ईवीएम के मुद्दे को लेकर आक्रमक दिख रही हैं। विपक्ष लगातार मांग उठाता रहा हैं कि चुवान में वोटिंग के लिए ईवीएम के बजाय बैलट पेपर का इस्तमाल किया जाए। विपक्षी दल लगातार ईवीएम में गड़बड़ी की मुद्दा उठाता आ रहा हैं। और इसी के चलते विपक्षी दल अपनी इस मांग को लेकर चुनाव आयोग से मिलने वाली हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 17 विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलेगा और चुनावों को ईवीएम के बजाय बैलट पेपर से कराने की मांग करेंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले हफ्ते 17 विपक्षी दलों की बैठक होगी जिसमें ईवीएम से चुनाव कराए जाने के बजाय बैलट पेपर से कराने की मांग पर चर्चा होगी। इस बैठक के बाद 17 दलों का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलकर अपना ज्ञापन सौंपेगा। आपको बता दे, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने अपने अधिवेशन में बैलट पेपर पर लौटने की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित कर चुकी हैं। वहीं समय समय पर तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी भी बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग करती रहीं है। साथ ही विपक्ष के द्वारा इस मुद्दे को संसद में भी उठाकर बड़ा मसला बनाने की तैयारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मसले पर अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान विपक्षी दलों के अहम नेताओं से बात की थी। सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार टीएमसी के नेतृत्व में विपक्षी दल बैलट पेपर की व्यवस्था पर लौटने के मसौदे पर काम कर रहे हैं। इन विपक्षी दलों में सरकार की सहयोगी शिव सेना समेत टीएमसी, कांग्रेस, एनसीपी, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, बहुजन समाज पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक), सीपीएम, सीपीआई, जेडी (एस), आईयूएमएल, टीडीपी, केसी (एम), वाईएसआरसीपी शामिल हैं।