चुनाव पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 51 लाख मोबाइल फ़ोन बांटने को मरवाही विधायक अमित जोगी ने रमन सरकार का सत्ता हाथ से जाने के डर का परिचायक बताया है। जोगी ने कहा कि जब कोई सरकार ‘बढ़ाने की जगह बाँटने’ के कार्य में लग जाये तो समझ लेना चाहिए कि जनता का सरकार पर से भरोसा उठ चुका है।
जोगी ने कहा कि इस बार के चुनाव में ‘जियो लो, वोट दो’ के फार्मूले के सहारे सत्ता में वापसी का सपना देख रहे मुख्यमंत्री को जनता सबक सिखाएगी। इस बार छत्तीसगढ़ में जोगी जी का फार्मूला ‘वोट दो, नौकरी लो’ काम करेगा। प्रदेश के 30 लाख बेरोजगार युवाओं को फ़ोन से ज्यादा नौकरी की आवश्यकता है । जोगी सरकार बनते ही स्थानीय युवाओं को सरकारी एवं गैर सरकारी पदों पर 90%आरक्षण मिलेगा एवं साथ ही छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति में बदलाव कर नए प्लांट एवं नए निवेश लाये जाएंगे।
जिओ कंपनी से फ़ोन खरीदने के बदले हुई डील पर सवाल करते हुए अमित जोगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सैमसंग कम्पनी के फ़ोन खरीदने के बदले उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश करने को कहा। नतीजा यह हुआ कि सैमसंग ने अपनी विश्व की सबसे बड़ी यूनिट नोएडा में लगाई।
इसके ठीक विपरीत, मोबाइल बनाने की फ़ैक्टरी खोलने के बदले मुख्यमंत्री केवल बेरोज़गारी की फ़ैक्टरी चला रहे है जो पिछले 15 सालों में 30 लाख से झाड़ा बेरोज़गार पैदा कर चुकी है। हमारे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने 51 लाख जिओ फोन के बदले केवल अपनी कमिशमखोरी की परंपरा को आगे बढ़ाया। जोगी ने कहा कि जो लूटते हैं खज़ाना वही जनता की आँख में धूल झोंकने के लिए बुलाते हैं करीना और कंगना। अमित जोगी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री “कमीशन सिंह” ने टेंडर में बोली के आधार पर नहीं बल्कि अपने ड्रॉइंग रूम में बोली कराकर जीयो को ठेका दिया है। इस पूरे सौदे पर जोगी ने सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की माँग करी।
अमित जोगी ने कहा कि जब प्रदेश के 55% क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी ही नहीं है. 1200 करोड़ ख़र्च करने के बाद भी 9000 टॉवर की जगह मात्र 2000 टॉवर ही अब तक लग पाए हैं. तो उन क्षेत्रों के लोग मोबाइल का उपयोग आख़िर कैसे करेंगे?
हिंद न्युज़ टीवी के लिए बिलासपुर से आतिक खान