मुजफ्फरपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के कुछ दिनों बाद, मंगलवार को बृजेश ठाकुर के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। इस मामले में बताया जा रहा है कि बृजेश ठाकुर के दूसरे शेल्टर होम से 11 महिलाएं गायब हो गईं हैं।
मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम रेप केस में बृजेश ठाकुर मुख्य आरोपी है, जहां पर 30 से अधिक नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया।
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए सीबीआई ने 29 जुलाई को शेल्टर होम के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस संबंध में शेल्टर होम के 11 कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने बिहार सरकार के अनुरोध पर और केंद्र सरकार की अधिसूचना के बाद मामला दर्ज किया।
जांच एजेंसी ने मुजफ्फरपुर की महिला पुलिस स्टेशन से जांच अपने हाथ में ले ली थी। इसके बाद 31 मई को धारा 120 (बी) (आपराधिक षड्यंत्र), 376 (महिला का शील भंग करना), 34 (सामान्य इरादे) के तहत पंजीकृत किया गया था। यौन अपराध अधिनियम (पॉक्सो) से बच्चों के संरक्षण के भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और धारा 4, 6, 8, 10,12 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इससे पहले, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के अधिकारियों को इस मामले में सीबीआई जांच करने का निर्देश दिया था।
लड़कियों के साथ कथित यौन शोषण के बारे में एक महीने पहले मुंबई स्थित सोशल साइंस इंस्टीट्यूट द्वारा खुलासा किया गया था। उन्होंने अप्रैल में अपनी रिपोर्ट जमा कर दी थी और बिहार सामाजिक कल्याण विभाग ने 31 मई को पटना में भिखारी आश्रय के लिए ठाकुर को एक और परियोजना को मंजूरी दे दी थी।