लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार हर रोज इस बात का गुणगान करती नजर आती है कि राज्य में कानून व्यवस्था बहुत ठीक तरह से चल रही है। सरकार तो यहां तक बता रही है राज्य में अच्छी कानून-व्यवस्था की वजह से निवेश आ रहा है। रविवार को ही पीएम मोदी भी लखनऊ गए थे, लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था का आलम है कि आज लखनऊ में राज्यपाल आवास यानि राजभवन के पास आज कुछ बदमाशों ने कैश बैग लूटने के लिए कैश वैन के गार्ड को गोली मारकर भाग खड़े हुए। गार्ड की मौत हो गई है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि गार्ड को गोली मारने के बाद वैन से कैश से भरी बैग लेकर भाग खड़े हुए। मामले की जांच की जा रही है। जिस बाइक से बदमाश आए थे हम उसका पता लगा रहे हैं और मामले की छानबीन की जा रही है।
बता दें, अभी हाल ही में उन्नाव जिले के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ नाबालिग ने रेप की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन मामले के सुनवाई नहीं हो रही थी। जिसको लेकर वह सीएम आवास के बाहर आत्महत्या करने का प्रयास की थी। मामला मीडिया में आया तब सरकार की आंख खुली। उसके पहले आदरणीय उच्च न्यायालय ने मामले पर संज्ञान लिया। फिर सरकार ने आनन-फानन में सीबीआई जांच की सिफारिश की। अब सीबीआई चार्ज सीट दाखिल कर दी है।
पीड़िता ने इस मामले को लेकर मेरठ के एसएसपी राजेश पांडे को तहरीर दी है और इंसाफ की मांग की है। युवती ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि ड्राइवर जैब ने फेसबुक के जरिये उससे दोस्ती की थी।
लखनऊ में हुई लूट की घटना पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। राजभवन व मुख्यमंत्री की नाक के नीचे कैश वैन की करोड़ों की डकैती व गोलीबारी ने राजधानी व पूरे प्रदेश को दहशत में डाल दिया है। एक दिन पहले जहाँ ‘विशिष्ट’ लोगों के लिए सर्वोच्च स्तर की सुरक्षा थी, वहां आज कुछ भी सुरक्षित नहीं। देखते हैं ‘एनकाउंटरवाली सरकार’ अब क्या सफ़ाई देती है।