भारत में प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक को 16 साल में पहली बार घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2018-2019 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून तिमाही) में बैंक को 119.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2017-2018 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में बैंक का मुनाफा 2,049 करोड़ रुपये रहा था। बैंक को हुए इस घाटे के पीछे उसके पीछे डूबते हुए कर्ज को बताया जा रहा हैं। चालू वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में बैंक की कुल आय 18,574.17 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 16,847.04 करोड़ रुपए थी।
आईसीआईसीआई बैंक का जून 2018 तिमाही में ग्रॉस एनपीए बढ़कर 8.81 फीसदी हो गया, जो जून 2017 तिमाही में 7.99 फीसदी था। हालांकि, नेट एनपीए घटकर 4.19 फीसदी रह गया, जो मार्च तिमाही में 4.77 फीसदी था। बैंक ने अप्रैल-जून के दौरान 2036 करोड़ रुपए की ग्रॉस रिकवरी दर्ज की। इसी दैरान वित्त वर्ष 2018-2019 की पहली तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक की ब्याज आय 9.2 फीसदी बढ़कर 6,102 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2017-2018 की पहली तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक की ब्याज आय 5,590 करोड़ रुपये रही थी।