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शिवराज सरकार में हुआ गेहूँ की खरीद में लाखों का घोटाला, भूख हड़ताल पर बैठे किसान

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शिवराज सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए कई योजना बनाती है, लेकिन उनके ही कर्मचारी योजना को पलीता लगाने में लगे है। मामला मछंड के सेवा सहकारी संस्था का हैं। जहाँ कर्मचारियों ने मिलकर किसानों के खरीदे हुए 2094 क्विंटल गेहूँ में लाखो का घोटाला कर दिया हैं। जिसकी गुहार किसान तहसीलदार से लेकर सीएम शिवराज सिंह से लेकर राज्यपाल तक कर चुके हैं। लेकिन उनकी सुनने बाला कोई नहीं। थक हारकर दुखी होकर किसान जिला सहकारी बैंक के बाहर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है। उनकी मांग है कि जब तक उनका पैसा वापस नहीं मिलेगा तबतक भूख हड़ताल जारी रहेगी।

भिण्ड के जिला सहकारी बैंक के बाहर नारेबाजी कर रहे यह वो किसान है जो मछंड की सेवा सहकारी संस्था के कर्मचारियों की ठगी का शिकार हुए है। दरअसल, शिवराज सरकार ने किसानो को बाजार से ज्यादा उचित दाम मिल सके इसलिए किसानों का गेंहू खरीदने की घोषणा कर दी। जिसके तहत मछंड की सेवा सहकारी संस्था के द्वारा किसानो का गेहू भी खरीदा गया। लेकिन आधा सैकड़ा ऐसे किसान है जिसका 18 जून से 23 जून तक 2094 क्विंटल गेंहूँ खरीदा गया, लेकिन उनके खाते खाली रहे। किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधन और बैंक मैनेजर ने साठगाठ से किसानों की रसीदों को निरस्त कर दिया गया। जबकि किसानों के पास कच्ची रसीद और बाद में दी गई कंप्यूटर की रसीद मौजूद है। बावजूद इसके समिति प्रबंधक अशोक बौहरे औऱ सहकारी बैंक के मैनेजर शशिभान सिंह सेंगर द्वारा अधिकारियों से साठगाठ कर किसानों की खरीदी को निरस्त कर दिया औऱ किसानों का गेंहू बाजार में बैचकर 40 लाख की धोखाधड़ी कर ली। जिसके चलते किसानों ने भुगतान की शिकायत तहसीलदार से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल तक शिकायत कर चुके है। उनका कहना है कि उनकी सुनने बाला कोई नही है। अब बे खुद को ठगा सा महसूस कर रहे है। इसलिए सभी किसान भुगतान के लिए जिला सहकारी बैंक के बाहर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है। उनका कहना है कि जब तक उनका पैसा बापस नही मिलेगा वो हड़ताल खत्म नही करेंगे।

किसानों के साथ ठगी करने के बाद गरीब किसान आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। भुगतान नही होने पर कई किसानों की बेटी की शादी टूट गई तो कई किसान भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए है। किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधक ने उनका भुगतान नही किया और उनके कर्ज़ का पैसा भी काट लिया।

बहरहाल, इस मामले को लेकर क्षेत्रीय कांग्रेस के विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने विधानसभा में भी इस मामले को उठा चुके है। जिसके बाद रौन थाना पुलिस ने धोखाधड़ी करने बाले प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था मर्यादित मछंड के समिति प्रबंधक अशोककुमार बौहरे की शिकायत पर सहकारी समिति प्रबंधक लक्ष्मीकांत सेल्समेन, अरविंद गौतम कंप्यूटर ऑपरेटर, मलखान सिंह चौकीदार दिनेश कुमार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस आज तक उनकी गिरफ्तारी नही कर सकी। अब देखना होगा कि अपने गेंहू की भुगतान के लिए धरने पर बैठे किसानो को पैसा मिल पाता है या फिर शिवराज सिंह चौहान की इस योजना की भेंट चढ़ जाता है।

हिंद न्यूज टीवी के लिए भिण्ड से योगेश चौधरी

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