उत्तराखंड में बारिश के कारण जगह-जगह सड़कें बंद हैं। नदी-नाले भी उफान पर आ गए हैं। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले दो दिन तक राहत की उम्मीद न करें। मौसम विभाग ने प्रदेश में भी अगले 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उतराखंड की राजधानी देहरादून में भी बुधवार से ही बारिश हो रही है।
मौसम के हाल को देखते हुए मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। “ अगले 24 घंटों के दौरान गढ़वाल और कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश में 27 जुलाई तक भारी बारिश का सिस्टम बना हुआ है। ” – मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह
उतराखंड में हो रही यह बारिश लोगों के लिए आफत की बारिश बनी हुई है। टनकपुर में बुधवार को बारिश के सैलाब ने किरोड़ा नाले का बहाव तेज कर दिया और लोगों की राह रोक ली। नाला पार करने की कोशिश में एक पूर्व सैनिक और छात्रा बह गए।
गनिमत रही के दोनों को मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बचा लिया। नाले के उफान में आने से पूर्णागिरि मार्ग पर करीब तीन घंटे यातायात बंद पड़ा रहा। दोनों ओर लोग फंसे रहे।
लगातार बारिश से टिप्पन टॉप और अमरू बैंड में मलबा हटाकर सड़क खोलते ही फिर मलबा आने से सड़क बार-बार बंद होती रही। थल-मुनस्यारी सड़क भी मलबा आने से बाधित रही। मंसूरीकांठा-होकरा सड़क पर भी यातायात बाधित रहा। दो जुलाई से बंद कई सड़कों पर अब भी यातायात बहाल नहीं हुआ है।
नैनीताल के तीन मोटर मार्ग बुधवार को मलबा आने से बंद हो गए। इन मार्गों में से छड़ा-अड़िया मोटर मार्ग और डोला न्याय पंचायत मोटर मार्ग को शाम तक खोल दिया गया, जबकि महैतो-मझोली मोटर मार्ग देर शाम तक भी नहीं खुल पाया था। भीमताल-हल्द्वानी मार्ग सलड़ी के मध्य पहाड़ी से गिरकर सड़क पर आए मलबे के चलते बुधवार दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक बाधित रहा।
चंपावत के जिलाधिकारी सुरेंद्र नारायण पांडेय ने सुरक्षा के चलते जिलेभर के इंटर तक के सभी स्कूल-कॉलेजों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बृहस्पतिवार को बंद रखने के आदेश दिए हैं।