उत्तर प्रदेश के एक हिंदी न्यूज चैनल ने अपने स्टिंग आॅपरेशन में खुलासा किया की किस करह आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला के निजी स्टाफ के एक सदस्य ने उत्तर प्रदेश के एक खिलाड़ियों के चयन के लिए रिश्वत के साथ साथ लड़की की मांग की। जिसके बाद आज बीसीसीआई की भष्टाचार रोधी इकाई ने आज कहा कि वे उस कथित रिश्वत प्रकरण की जांच करेंगे जिसका खुलासा स्टिंग आॅपरेशन में हुआ। इस स्टिंग आॅपरेशन में दावा किया गया था आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला के कार्यकारी सहायक अकरम सैफी ने क्रिकेटर राहुल शर्मा के चयन को सुनिश्चित करने के लिए ‘‘ नगदी और दूसरी चीजों’ की थी।
उत्तर प्रदेश के चैनल NEWS1INDIA ने जो स्टिंग आॅपरेशन दिखाया था उसके अनुसार अकरम सैफी राहुल शर्मा से दिल्ली के पांच सितारा होटल में किसी लड़की को भेजने की बात कह रहे हैं। इस टेप में अकरम कथित रूप से शर्मा से यह वादा भी करते हैं कि कुछ मैचों के बाद उनका नाम भी टीम में शामिल कर लिया जाएगा। साथ ही स्टिंग में जो बात सामने आयी उसके अनुसार अकरम ने राहुल शर्मा से पैसों की भी मांग की थी।
वहीं मीडिया में खबर आने के बाद अकरम सैफी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, ये सारे आरोप गलत हैं और उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “यदि ये लड़का कह रहा है कि उसने मुझे कोई लड़की भेजी तो यदि उसका आरोप सही है तो उसे टीम में शामिल हो जाना चाहिए था। लेकिन क्या ऐसा हुआ? यदि उसके आरोप में सच्चाई है तो क्या वह यूपी के लिए खेला? इसका जवाब है, नहीं। उसका नाम यूपी की 60 सदस्यीय टीम में कभी शामिल नहीं हुआ और न ही उसने कोई जूनियर क्रिकेट खेला।” इसके साथ ही अकरम ने अकरम ने सफाई पेश करते हिुए कहा कि, यह उनकी और जिनके साथ वह जुड़े हैं, ऐसे लोगों की प्रतिष्ठा को खराब करने की कोशिश है। अकरम के बारे में कहा जाता है कि वह पिछले कुछ समय से राजीव शुक्ला के पसर्नल असिस्टेंट हैं। इसके साथ ही वह बीसीसीआई से जुड़े हैं और हर महीने बोर्ड से पगार लेते हैं।