नई दिल्ली। केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष भारत को विभाजित करने का खडयंत्र रच रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि इस देश में भारत को विभाजित करने के लिए एक साजिश चल रही है। राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक करने के बाद यह शुरू कर दिया है। वह इन मुस्लिम बुद्धिजीवियों को राष्ट्र को नष्ट करने के लिए प्रभावित कर रहे हैं। यह उनकी साजिश है। राहुल गांधी को बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के संविधान को नष्ट नहीं करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को इसके लिए लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए। मुसलमानों के लिए अलग कानून बनाने के लिए भारत जो भी करने की कोशिश कर रहा है, वह कभी भी अनुमति नहीं देगा। अगर बेहतर होगा तो विपक्षी संसद में विकास एजेंडा पर हमला करने की बजाय बेहतर होगा सरकार।
यह पहली बार नहीं है जब भाजपा नेता ने मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभारी बने राहुल गांधी की आलोचना की थी।
कल मीडिया बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अम्बेडकर और महात्मा गांधी के बारे में बात करते हैं, लेकिन उन्होंने कभी देश को विभाजित करने या पूरे भारत में शरिया अदालतों की स्थापना करने के लिए नहीं कहा था।
रविवार को अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने स्पष्ट किया कि देश भर के सभी जिलों में शरिया अदालतों की स्थापना के लिए कोई प्रस्ताव नहीं बनाया गया।
एआईएमपीएलबी के सदस्य जफरयाब जिलानी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि हमने देश भर के सभी जिलों में शरिया अदालतों की स्थापना के बारे में कभी बात नहीं की है। हमारा मकसद उन्हें उन जगहों पर स्थापित करना है जहां इसकी आवश्यकता है और जहां लोग उन्हें चाहते हैं।
जिलानी ने आगे स्पष्ट किया कि शरिया बोर्ड अदालत नहीं थे। उन्होंने इस मामले को राजनीतिक बनाने के लिए भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना की।
बता दें, इस महीने की शुरुआत में, एआईएमपीएलबी ने अन्य अदालतों के पास इस्लामी कानून के भीतर सभी मुद्दों को हल करने के लिए देश के सभी जिलों में शरिया अदालतों की स्थापना का प्रस्ताव रखा था।
हालांकि, राजनीतिक दलों और इस्लामी संगठनों द्वारा प्रस्ताव को काफी हद तक खारिज कर दिया गया है।