अयोध्या मे राम मंदिर कब बनेगा यह फैसला तो कोर्ट करेगी मगर बस्ती के एक राम भक्त नेता जी ने राष्ट्रपति को विवादित पत्र लिखा है, पत्र मे मांग की गई है कि भगवान राम का मंदिर बन नही पाया और वे कई बार अयोध्या गये भी मगर यह सोच कर रामलला के दर्शन नही कर सके कि जब अपने भगवान के लिये मंदिर नही बनवाने मे कोई सहयोग नही कर सका तो किस मुंह से उनके सामने जाउं, यही सब घटनायें उन्हे आहत कर रही है जिसके कारण वो देश के राष्ट्रपति से मांग करते हैं कि उन्हे अयोध्या मे रामलला के सामने ही प्राण त्यागने की अनुमति दी जाये।
अब यह पत्र सोशल मीडिया मे तेजी से वायरल हो रहा है, यह नेता है विश्व हिंदू महासंघ के जिला प्रभारी राना दिग्विजय सिंह, जो भगवान राम का मंदिर न बनने से बेहद नाराज है, जिस संघ के दिग्विजय सिंह पदाधिकारी है उस संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ है, अब ऐसे मे सीएम की पार्टी वाले ये नेता जी लेटर बम फोड कर नया बखेडा खडा करने मे जरुर कामयाब हो गये हैं, पत्र मे राना दिग्विजय ने जिक्र करते हुये कहा है कि देश मे मुस्लिम आबादी पर कोई नियंत्रण नही है और लगातार इस समुदाय की संख्या दिन दुगनी रात चौगुना की रफ्तार से बढ रही है। उन्हे लगता है कि यही हालत रहे तो आने वाले समय मे देश का राजा कोई महमूद होगा जैसा कि मुगल काल मे था।
उसके बाद अयोध्या राम मंदिर मामले को लेकर पत्र मे लिखा है कि कोर्ट मे इस विवाद को लंबे अर्से से लटकाया जा रहा है। 35 साल की उम्र उनकी हो गई है और राम मंदिर का निर्माण सपना बन कर रहा है इस लिये जब राम मंदिर बनेगा ही नही तो उन्हे जीने का भी कोई अधिकार नही है। दिग्विजय ने राष्ट्रपति से मांग की है राम लला के सामने उन्हे ईच्छा मृत्यु के लिये अनुमति दी जाये, ताकि उन पर भगवान राम का जो कर्ज है वह उतर सके।
हिंद न्यूज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव