इधर मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई तो दूसरी तरफ सुनील राठी का खौफ बढ़ने लगा है। आलम ये है कि कोई भी जांच अधिकारी राठी के पास जाने से पहले डर रहा है। यही नहीं मिली जानकारी के मुताबिक, एक जांच अधिकारी ने तो पूछताछ के लिए सुनील राठी की बैरक में जाते समय बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग की। हालांकि, बाद में जैकेट मुहैया कराई गई, लेकिन इस बात ने ये साबित कर दिया कि सुनील राठी का खौफ कितना ज्यादा है।
भेजा जा सकता है लखनऊ जेल
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरी वारदात को 10 करोड़ रुपये में अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि जौनपुर लोकसभा सीट पर 2019 में होने वाले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे एक नेता का रास्ता रोक रहा था, जिसके बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया। वहीं हो सकता है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुनील राठी को लखनऊ जेल भेजा जा सकता है।
राठी के नाम से ही खुल जाते थे जेल के दरवाजे
हरिद्वार जेल से 31 जुलाई 2017 को सुनील राठी को बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। वहीं इस जेल में उसके गैंग के कई लोग यहां बंद हैं। ऐसे में आरोप है कि इनका गैंग यहां आसानी से चल रहा था। वहीं जेल का स्टाफ सुनील राठी से डरता था। साथ ही जब भी कोई सुनील से मिलने आता था तो सुनील का नाम लेते ही उसके लिए जेल के दरवाजे खोल दिए जाते थे।