लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कुछ और जेलों में अब गोशाला या गाय आश्रयों की एक अतिरिक्त सुविधा होगी।
योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली राज्य सरकार ने इसके लिए बजट आवंटित कर दिया है। उत्तर प्रदेश के 12 जिला जेलों के कंपाऊंड में गोशाला बनाने के लिए दो करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर दिया है।
यह पहल छुट्टे सांड़ों के आतंक से निजात दिलाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ऐसी गायें जो बूढ़ी हो चुकी हैं और पालने वालों ने अपने यहां पर रखने से मना कर दिया है। इनकी देखभाल जेल के कैदी करेंगे।
गाय को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और इनकी गाय के प्रति आस्था है। उन लोगों ने इस पहल का स्वागत किया है।
जेल के कैदी जो बिना काम के निष्क्रिय बैठे रहते हैं उनमें गौ सेवा की भावना जागृत की जाएगी। इसके लिए उन्हें गो पालन के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उधर, राम जन्म भूमि के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दासजी महाराज ने योगी आदित्यनाथ सरकार के इस फैसले की सराहना की है।
पिछले साल, गौ सेवा आयोग (गाय कल्याण आयोग) ने राज्य के जेल प्रशासन और सुधार सेवाओं से गोदामों की स्थापना के लिए जेलों की एक सूची जमा करने के लिए कहा था।
इस आदेश के बाद मेरठ, गोरखपुर, सुल्तानपुर, कानपुर देहात, बलरामपुर, गौतमबुद्ध नगर, फिरोज़ाबाद, कन्नौज, आगरा, बाराबंकी, सीतापुर और रायबरेली की जेलों को चुना गया है।