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मुरैना – ‘मामा’ के स्कूल में मजदूर बनी बच्चियां, खुले में जा रही टॉयलेट

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मध्यप्रदेश के मुखिया बच्चियों के मामा कहलाने वाले एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व बेटियों के लिए तमाम योजनाओं की घोषणाएं करते है वहीं शिवराज के राज में ‘सब पढ़ें, सब बढ़ें’ ,’स्कूल चले हम’ का स्लोगन देने वाले शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण स्कूल में छात्राएं झाड़ू लगा रही हैं, खुले में छात्राएं टॉयलेट करने को मजबूर हैं। वहीं छात्रों से स्कूल में ईंटे ढुलाई (मजदूरी) का काम करवाया जा रहा हैं। ऐसे में कैसे पढ़ेगा इंडिया और कैसे बढ़ेगा इंडिया। मुरैना शहर के गणेशपुरा स्थित शासकीय कन्या माध्यमिक विद्द्यालय क्रमांक 1 का नजारा देख कर कोई भी पालक अपने बच्चे बच्चियों को सरकारी स्कूल में भेजना नही चाहेगा, क्योंकि प्रधान शिक्षिका खड़े होकर एक छात्रा से झाड़ू लगवा रही हैं। और अतिक्रमण में टूटी स्कूल की दिवार के मलवे (ईंट सफाई)में दबी ईंटों को एक मजदुर के साथ स्कूल के छात्रों से ईंटे छटवां कर उठवा रहीं है। इस पुरे नजारे को हिंद न्यूज टीवी की टीम ने अपने कैमरे में कैद किया तो शिक्षिका ने झाड़ू लगाती छात्रा व ईंटे उठाते छात्रों को वहां से भगा दिया।

वहीं इस पूरे मामले पर प्रधान शिक्षिका ने जो कहां की आज लंच टाइम था तो में खुद झाड़ू लगा रही थी। मैंने छात्रा से कहा कि यहां से कचरा साफ कर दो ईंटे रखवानी है, क्योंकि अतिक्रमण अभियान में स्कूल की बाउंड्री और बाथरूम टूट गई है, वहीं टुटा हुआ मलब जो पड़ा है उसे एक मजदुर लगाकर हटवा रही हुॅं तो दो तीन छात्र भी आ गए और ईंटे उठाने लगे जबकि उनसे मना किया था। बच्चे है मानते नहीं है, क्या करें हमारे स्कूल में एक भी बाई नहीं है। कई बार प्रशासन व विभाग को अवगत करा दिया है लेकिन कोई सुनवाई नही होती है अतिक्रमण में बाउंड्री व बाथरूम टूटी तबसे शिक्षिकाएं व छात्राये खुले में टॉयलेट करने को मजबूर है।

हिंद न्यूज टीवी के लिए मुरैना से गिर्राज शर्मा

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