अक्सर देखा गया है, कि किसी व्यक्ति को कोई तकलीफ हो जाए और जब वह डॉक्टर के पास अपने उपचार के लिए जाता है। तो उसे डॉक्टर दवाइयों के साथ साथ हरी सब्जियों के सेवन की सलाह देता है। जिससे मरीज जल्द से जल्द ठीक हो सके और उसका शरीर स्वस्थ रहे।
आपको बता दें, कि अलीगढ़ में पैदा हो रही हरी सब्जियां स्वास्थ्यवर्धक नहीं बल्कि शरीर में घुल रहा वह धीमा जहर है, जो कब मौत का कारण बन जाए किसी को कुछ नही पता। ऐसे किसान जिनके खेत शहरो के पास है या उनके खेतो के पास से कोई सीवर का नाला जाता है।
ये किसान इन नालो मे पम्पिंग स्टेशन लगा कर अपने सब्जी के खेतो में दूर-दूर तक इस खतरनाक पानी को ले जा कर सिचाई करते है। क्योकी इस गंदे पानी मे पौघो की पैदावार बढाने के लिए नाइट्रोजन व यूरिया जैसे पोषक तत्व होते है। इसलिए किसान इस पानी से अपने खेतो की सिचाई कर आम आदमी की जिंदगी से खिलवाड कर कमाई कर रहे है।
इन सब्जीयो में मुख्य रूप से गोभी, पत्ता गोभी, पालक, धनिया, ककडी, आलू, काशीफल, टमाटर, बैगन, आदि प्रमुख रूप से पैदा होती हैं। इन सब्जियों को ये किसान अलीगढ़ शहर के अलावा दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा व बडे शहरो के बाजारो में महगें दामों पर बेचते है। इस सीवर के पानी में मौजूद नाइट्रोजन व यूरीया की वजह से सारी सब्जीयॉ देखने मे अच्छी क्वालीटी की लगती है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ से अजय कुमार