प्रदेश में योगी की सरकार भले ही यह दावा कर रही है कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर है और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मुहैया कराई जा रही हैं लेकिन बस्ती जिले की यह तस्वीरें पिछली सरकार की यादों को ताजा कर रही हैं।
साहब ये यूपी है और यहां इतनी आसानी से सरकारी पहिया लाईन पर नही आता, दावे और वादे सब फेल हैं,क्यो यहां गरीब की कोई ईज्जत नहीं,उसे सरकार के झूठे आश्वासन के भरोसे रहना है,ठेला लेकर एक मासूम अपनी दादी के ईलाज के लिए समाज के ठेकेदारों के सामने से जाता रहा मगर किसी का भी दिल नहीं पसीजा।
ताजा तस्वीरें जिले के विक्रमजोत ब्लाक की है, यहां एक मासूम बच्चे को अपनी दादी को इलाज के लिए ठेले पर लेकर अस्पताल जाना पड़ा, मासूम की दादी की तबीयत अचानक खराब हो गई।जिसको देखते हुए उसने एंबुलेंस के लिए फोन किया मगर दादी की हालत को देख और एंबुलेंस में हो रही देरी को देखते हुए अपने खुद के साधन यानी ठेले पर दादी मां को रखकर अस्पताल में इलाज के लिए निकल पड़ा।
यह तस्वीर उस जिले की है जिस जिले के प्रभारी मंत्री खुद स्वास्थ्य विभाग के मुखिया स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह हैं,वहीं इस संबंध में जब जिले के जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया,तो वह मामले को टालते हुए नजर आए, मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के प्रभारी जिलाधिकारी अरविंद कुमार पांडे ने सीएमओ से लिखित रुप से आख्या मांगी है और मामले पर जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव की रिपोर्ट