You are here
Home > breaking news > भाजपा के खिलाफ महागठबंधन को राहुल गांधी ने बताया वक्त की जरूरत

भाजपा के खिलाफ महागठबंधन को राहुल गांधी ने बताया वक्त की जरूरत

भाजपा के खिलाफ महागठबंधन को राहुल गांधी ने बताया वक्त की जरूरत

Share This:

मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ राजनेताओं और जनता के बीच पारस्परिक भावनाओं का गठबंधन है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी के खिलाफ एकजुट है।

राहुल गांधी ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि महागबंधबंधन ‘लोगों की एक भावना है, न सिर्फ राजनीति से प्रेरित है’। जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान पर हमला कर रहे हैं और भारत की संस्थाओं को गलत बताते जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी पर हमले को जारी रखते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल संविधान और देश की अन्य संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं।

ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में बोलते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ सरकार पर केवल अमीर लोगों के लाभ के लिए काम करने और आम आदमी पर बोझ डालने का भी केंद्र पर आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि विपक्ष सामान और सेवा कर (जीएसटी) के तहत ईंधन की कीमतें लाने के लिए कह रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री इसमें “रुचि नहीं रखते” हैं।

मुंबई पर हमला किया गया है, मुंबई के व्यापारियों और जनता के ऊपर ‘गब्बर सिंह कर’ के माध्यम से हमला किया गया। पूरा देश दुखी है। छोटे व्यवसायी दुखी हैं और हम उनके लिए लड़ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष कल से महाराष्ट्र की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।

गौरलतब है कि अभी हाल ही में कई जगहों पर उपचुनाव हुए हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशिय़ों को हार का सामना करना पड़ा है। यह बिना गठबंधन के संभव नहीं था। केंद्र समेत कई राज्यों के चुनावों में भाजपा प्रत्याशियों के अलावा सभी पार्टियों को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद सभी पार्टियां इस कोशिश में लगी हैं कि अगला कोई भी चुनाव गठबंधन करके लड़ा जाए। तभी भाजपा प्रत्य़ाशियों को हराया जा सकता है, वर्ना इस समय भाजपा को हराना कोई हंसी-खेल नहीं रह गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा एक साथ आ गई हैं औऱ उम्मीद की जा रही है कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

इसके अलावा कर्नाटक में कांग्रेस ने जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देकर भाजपा को सत्ता से दूर कर दिया, जबकि भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।

Leave a Reply

Top