आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने मंगलवार को खंडवा रोड स्थित आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। भय्यूजी महाराज के मौत के बाद पुलिस को उनका एक सुसाइड नोट मिला है।
सुसाइट नोट में भय्यूजी महाराज ने लिखा है कि, ‘पारिवारिक जिम्मेदारियां को संभालने के लिए किसी को वहां होना चाहिए। मैं बेहद परेशानी में हूं और तनाव के साथ जा रहा हूं।’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भय्यूजी महाराज के सुसाइड पर कहा “वो नर्मदा में हो रहे अवैध खनन को लेकर काफी परेशान थे। राज्य सरकार ने उन्हें अपना मुह बंद रखने के लिए मंत्री पद का आफर दिया था। उन्होंने मंत्री पद ठुकरा दिया था, इसको लेकर उनसे मेरी बात भी हुई थी।”
He was worried about illegal mining in Narmada by Shivraj (Madhya Pradesh) govt and was offered the post of minister to shut his mouth. He rejected the offer & had told me about it on call: Congress’ Digvijay Singh on spiritual leader Bhayyuji Maharaj allegedly committed suicide pic.twitter.com/2PFBsC2trp
— ANI (@ANI) June 12, 2018
आपको बता दे मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने अभी हाल ही में उनको राज्यमंत्री का दर्जा दिया था भय्यूजी महाराज ने लेने से मना कर दिया था। भय्यूजी महाराज के मौत पर शिवराज सिंह ने गहरा शोक जताया है।