कानपुर। हैलट में एसी फेल होने से हुई मरीजो की मौत के मामले पर हाई कमीशन लेवल की टीम जांच करेगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। ये बात सूबे के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने आज सर्किट हाउस में चल रही जिले के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से हुई वार्ता के दौरान कही। वहीं हैलट में हुई मरीजों की मौत के मामले पर परिजनों से संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में हाई कमीशन लेवल की टीम जांच करेगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के सबसे बड़े हैलट अस्पताल में 5 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। आईसीयू वार्ड का एसी खराब होने से 24 घंटे के अंदर 5 मरीजों की मौत हो गई, जिसके बाद अस्पताल में अफरा-तफारी मच गई। वहीं एडीएम जांच के लिए खुद देर रात अस्पताल पहुंचे। हालांकि, इन सबके बीच कॉलेज प्राचार्य ये दावा कर रहे हैं कि आईसीयू में जिन 5 लोगों की मौत हुई है वो पहले से ही सीरियस थे।
इस घटना के बाद प्रशासन में खलबली मच गई और आनन-फानन में आईसीयू में 2 पावर एसी लगवाए गए। इस अस्पताल के आईसीयू की हालात ये है कि यहां मरीजों को अब घर से पंखा लाकर इलाज करवाना पड़ रहा है। आईसीयू में तैनात नर्सो की मानें तो यहां कई दिनों से एसी खराब हैं, जिसकी लिखित शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।
बताया जा रहा है कि यहां पिछले 5 दिनों से एसी काम नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते ये हादसा हुआ है। वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य नवनीत कुमार का कहना है कि आईसीयू के सभी वेंटिनेटर सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। हमारे यहां 2 आईसीयू हैं, जिसमें से कुछ आईसीयू में ही समस्या आई थी। साथ ही उनका ये भी कहना है कि जिन मरीजों की मौत हूई है वो पहले से ही सीरियस थे। गौरतलब, है कि इससे पहले गोरखपुर के BRD अस्पताल की लापरवाही के चलते कई बच्चों की मौत हो गई थी। वहीं इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हिंद न्यूज टीवी के लिए कानपुर से राघवेंद्र सिंह