बदायूँ जिले के तीन भाजपा विधायकों और एक MLC द्वारा पिछले माह जनपद को कुछ बड़ी परियोजना देकर विकास कार्य कराने की गुहार करते हुए मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्र लिखा था जिसमे पिछली सरकार के दौरान बदायूँ के सांसद धर्मेन्द्र यादव द्वारा जनपद को दी गई अनेकों बड़ी परियोजनाओं का हवाला देते हुए 2019 के लोकसभा चुनावों में जनता को रिझाने के लिए कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स की मांग की गई थी जिससे धर्मेंद यादव द्वारा कराए गए विकास कार्यों की भाजपा सरकार के कार्यो से तुलना की जा सके और भाजपा के खाते में गिनाने के लिए कुछ काम दर्ज हो जाएं।
शहर विधायक के लेटर पेड पर मुख्यमंत्री को भेजे गये इस पत्र पर शहर विधायक महेश गुप्ता, दातागंज से विधायक राजीव सिंह ,बिल्सी विधायक आर.के शर्मा, एमएलसी जयपाल सिंह व्यस्त के हस्ताक्षर है। पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि जहां सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव ने जिले को मेडिकल कालेज, ओवरब्रिज और बरेली-आगरा बाइपास और फोरलेन समेत अन्य तोहफे दिए हैं। वहीं,भाजपा इसके मुकाबले अपने शासन में कुछ ज्यादा ऐसे में आने वाले चुनाव में मंच से अपना विकास उंगलियों पर गिनाकर वोटरों का ध्रुवीकरण करने में दिक्कत आ सकती है। नतीजतन, बदायूं जैसी वीआईपी सीट हथियाने के लिए आने वाले दिनों में अतिरिक्त विकास कराया जाए।
विधायकों का पत्र जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचा, प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई और मीडिया द्वारा भी इस मामले पर् काफी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस पत्र का संज्ञान लिया और आनन फानन में उन्होंने बदायूँ का दौरा करने का निर्णय ले लिया।
27 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बदायूँ पहुंचे और बदायूँ ही नहीं ब्रज प्रदेश के सभी सांसदों-विधायकों/अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरी स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री की इस बैठक को विकास कार्यों की समीक्षा का नाम दिया गया, किन्तु सच्चाई यह है कि समीक्षा के नाम पर् मुख्यमंत्री योगी आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की नब्ज और तैयारियों का जायजा लेकर गए हैं। ये काम योगी जी लखनऊ बैठकर भी कर सकते थे चूंकि बदायूँ समाजवादी पार्टी का गढ़ है और 2014 के लोकसभा चुनावों में भी जब पूरे देश में मोदी लहर चल रही थी और उत्तर प्रदेश की अधिकांश सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों ने विजय पताका फहराई थी। उस प्रचंड लहर में भी बदायूँ सीट से समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव ने बड़े अंतर से जीती थी। इसीलिए ब्रज क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों को बदायूँ बुलाकर मुख्यमंत्री ने बैठक ली और राजनीतिक हालात पर चर्चा की ।
मुख्यमंत्री के बदायूँ आगमन पर जिले के भाजपा विधायकों को एक आस जगी थी कि योगी जी मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रथम बार बदायूँ आ रहे हैं और पत्र का भी संज्ञान लिया है अतः अवश्य ही कुछ बड़ी परियोजनाओं की सौगात देकर जाएंगे किन्तु योगी जी के आने के बाद सभी ठगे से रह गए, उनकी आशाओं पर् मानों आकाशीय बिजली ही गिर गई क्योकि मुख्यमंत्री बदायूँ आये समीक्षा भी की किन्तु विकास के नाम एक पाई भी देकर नहीं गए।
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी जी के प्रथम बार बदायूँ आगमन पर नेता तो मायूस है ही बदायूँ की जनता भी कम निराश नहीं है, जिसने समाजवादी पार्टी के मजबूत गढ़ में भाजपा को पांच विधायक दिए और भाजपा को मजबूत सरकार बनाने में मदद की । सोशल मीडिया के माध्यम से लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं। योगी जी बदायूँ आना और जनता से कोई संवाद ना होना लोगों को गले नही उतर रहा है। लोगों का कहना है कि योगी जी ने सिर्फ वह ही देखा जो अधिकारियों और नेताओं ने संगठित होकर सोची समझी साजिश के तहत उनको दिखाया गया। आम जनता का तो यहां तक कहना है कि मुख्यमंत्री के दौरे के नाम पर् नेताओं और अधिकारियों ने उन सड़कों को चमाचम और उस हिस्से की जबरदस्त सफाई करा दी जिन पर उनको रोजाना चलना होता है। बाकी शहर के हालात किसी नरक से कमतर नही हैं जहाँ शहर की अधिकांश आबादी की रिहाइश है, सड़के टूटी हुई हैं,नाले-नालियां चोक हैं, कूड़े आदि के ढेर लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी के बदायूँ दौरे से लोगों को बहुत आशाएं थी जो उनके आने के बाद धूमिल हो चुकी हैं।
[हिन्द न्यूज टीवी के लिए बदायूँ से आशु बंसल ]