नई दिल्ली। जैसे-जैसे 2019 के आम चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे लोकसभा चुनावों के लिए नई रणनीतियां बनने लगी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ एक और कांग्रेस-ट्रिगर गठबंधन ने आकार लेना शुरू कर दिया है। 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों और हाल ही में कांग्रेस-जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) के कर्नाटक में ‘महागठबंधन’ टेम्पलेट को मिरर करते हुए आम आदमी पार्टी (एएपी) और कांग्रेस दिल्ली में इसी तरह के गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी और आप के बीच अनौपचारिक बातचीत 24 मई को शुरू हुई, जिसमें जयराम रमेश और अजय माकन ने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया।
एक शख्श ने नाम नहीं प्रकाशित करने के लिए अनुरोध करते हुए कहा कि इस गठबंधन के लिए पहले आम आदमी पार्टी की तरफ से पहल शुरू की गई। दिल्ली में सीट साझा करने के लिए 5:2 अनुपात की पेशकश के साथ- पांच सीटें आम आदमी पार्टी के लिए और दो कांग्रेस के लिए।
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने सात सीटों में से तीन की मांग की, जिसमें से एक शर्मिष्ठा मुखर्जी के लिए नई दिल्ली, अजय माकन और उत्तर पश्चिम दिल्ली के लिए चांदनी चौक राजकुमार चौहान के लिए हैं। हालांकि, बातचीत अभी असली रूप नहीं ले पाई है, क्योंकि आम आदमी पार्टी दो से ज्यादा सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को ट्विटर पर पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की प्रशंसा की थी, उसके बाद गठबंधन की अफवाह ने जोर पकड़ लिया था। यह ध्यान देने योग्य है कि केजरीवाल पहले 2013 में कह रहे थे कि मनमोहन सिंह का एक मजबूत आलोचक रहा हूं। मनमोहन कांग्रेस और उनकी सरकार के भीतर भ्रष्टाचार की जांच में विफल रहे।
हालांकि, देश में बीजेपी के लगातार बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए कभी जो कट्टर दुश्मन हुआ करते थे, अपनी दुश्मनी भुलाकर आज वे एक अच्छे दोस्त बनते जा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि लोग डॉ. मनमोहन सिंह की तरह एक शिक्षित प्रधानमंत्री को याद करते हैं।
हालांकि, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गठबंधन पर काम करने के लिए पार्टी को कोई संकेत दिया है कि नहीं।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ ने शुक्रवार को राजधानी में सात संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में से पांच में लोकसभा प्रचार (प्रभारी) नियुक्त किया था। नियुक्तियों में अतीशी मार्लेना और राघव चड्ढा शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश पर मंत्रियों के सलाहकार के पद से हटा दिया गया था।
कांग्रेस ने किया इनकार
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कांग्रेस – आप के बीच किसी भी संभावित गठबंधन पर चर्चा से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी भी गठबंधन पर 2019 के चुनाव के लिए चर्चा नहीं हो रही है।