यूपी एटीएस के एडीशनल एसपी राजेश साहनी नें अपने ही दफ्तर में आत्महत्या कर ली थी। और आज उसी एटीएस के एक इंस्पेक्टर ने डीजीपी को अपना त्यागपत्र देकर उसमें बहुत कुछ बताने की कोशिश कि हैं। इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने डीजीपी को लिखे अपने त्यागपत्र में आरोप लगाया कि विभाग के भ्रष्ट अधिकारी स्वर्गीय राजेश साहनी जैसे ईमानदार और बहादुर लोगों को पसंद नहीं करते, यही नहीं वह खूब गालियां भी देते हैं।
यूपी एटीएस के एक तेज तर्रार इंस्पेक्टर ने डीजीपी को दिए त्यागपत्र में बहुत कुछ बयां करने की कोशिश की है। इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने डीजीपी को लिखे त्यागपत्र में कहा है कि विभाग में भ्रष्ट अधिकारी स्वर्गीय राजेश साहनी जैसे ईमानदार और बहादुर लोगों को पसंद नहीं करते, यही नहीं वहां खूब गालियां बरसायी जाती हैं।
इंस्पेक्टर ने अपने त्यागपत्र में आगे लिख ,मुझे बेहतरीन कार्यों के लिए राष्ट्रपति का वीरता मेडल मिल चुका है। लेकिन, मुझे लगता है कि इस विभाग में साहनी जैसे कई ईमानदार और बहादुर अफसरों के लिए कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के पास दिल नहीं है। ये भ्रष्ट अधिकारी अपने अधीनस्थों को तनाव देते हैं व गालियां देकर खूब प्रताड़ित करते हैं।
इस त्यागपत्र में इंस्पेक्टर यतींद्र ने अंत में लिखा है कि अगर इसके बाद उनके और उनके परिवार को हानि पहुंचती है तो उसके लिए जिम्मेदार आईजी एटीएस असीम अरुण और उनके करीबी होंगे। कुछ समय पहले ही अडिश्नल एसपी की रिपोर्ट पर यतीन्द्र का तबादला आगरा से लखनऊ किया गया है। शिकायत थी कि वह काम में लापरवाही करते हैं।