मंगलवार को CBSE बोर्ड ने अपनी 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार के रिजल्ट 8 साल पुराने पैटर्न सीजीपीए के हिसाब से जारी किए गए, जिसके द्वारा छात्र-छात्राओं को नंबर दिए गए। ऐसे में इस नतीजे का असर परीक्षार्थियों की मानसिक स्थिति पर पड़ता हुआ भी दिखा। रिजल्ट जारी होने के कुछ घंटे बाद ही रिजल्ट अच्छा न रहने के कारण 3 विद्यार्थियों ने खुद को मौत के हवाले कर दिया।
CBSE बोर्ड ने इस बार 8 साल पुराने सिस्टम सीजीपीए के हिसाब से रिजल्ट जारी किए थे। ऐसे में उम्मीद के हिसाब से बच्चों के नंबर और प्रतिशत न आने का इसे एक बड़ा कारण माना जा रहा है। इस साल के रिजल्ट की बात करें तो पिछले 5 सालों में सबसे कम फीसदी बच्चे इस साल पास हुए हैं। जहां 2014 में 98.87, 2015 में 97.32, 2016 में 96.21 और 2017 में 90.95 फीसदी बच्चे पास हुए थे, तो वहीं 2018 में इस बार 86.70 बच्चों के हाथ ही सफलता लगी है।