अगर हम आपको कहें कि एक लाश तीन दिन तक ट्रेन में सफर करती रही और किसी को इसकी खबर नहीं हुई, तो शायद आप यकीन नहीं मानेंगे। लेकिन ऐसा हुआ है। दरअसल, एक यात्री की ट्रेन में मौत हो गई और उसका शव 72 घंटे तक ट्रेन में ही सफर करता रहा और रेलवे को इस बात की भनक तक नहीं लगी।
दरअसल, कानपुर के रहने वाले 48 साल के संजय अग्रवाल 24 मई को पटना-कोटा एक्सप्रेस में आगरा जाने के लिए रवाना हुए थे। पत्नी से सुबह 7 बजे आखिरी बार उनकी बात हुई, लेकिन उसके बाद उनका मोबाइल आउट ऑफ रेंज हो गया। वहीं सुबह से शाम हो गई और घरवाले परेशान होने लगे। इसके बाद रेलवे ने मथुरा में ट्रेन को रोककर तलाशी ली और परिवार वालों को बताया गया कि संजय ट्रेन में नहीं है, ये रेलवे की पहली लापरवाही थी।
वहीं इसके बाद रेल जब तीन दिन बाद एक बार फिर कोटा के लिए चली तो यात्रियों को बाथरूम से बदबू आने लगी, जिसकी उन्होंने शिकायत की। वहीं जब बाथरूम खोला तो उसमें से संजय की लाश मिली। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी मौत मेजर हार्ट अटैक के कारण हुई थी, लेकिन इस बीच रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसने इन तीन दिनों में एक बार भी बाथरूम खोलकर नहीं देखा।