नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि दक्षिण पश्चिम मानसून अगले 24 घंटों में केरल पहुंच जाएगा। मानसून सामान्य शुरुआत की तारीख से तीन दिन पहले पहुंचेगा।
स्काईमेट मौसम के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों केरल, तमिलनाडु के हिस्सों को कवर करने वाले दक्षिण पश्चिम मानसून की प्रगति के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
आईएमडी के प्रवक्ता ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ने की संभावना है।
दक्षिण पूर्व अरब सागर और मध्य अरब सागर के हिस्सों, केरल के हिस्सों, दक्षिण और आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बनी हुई हैं।
इस बीच, गुजरात में अगले दो से तीन दिनों में तेज गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
वहीं, आईएमडी के प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिणपूर्व अरब सागर में एक अच्छी तरह से कम दबाव वाला क्षेत्र है। हमने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वहां भी न जाएं। 30 मई और 31 और 1 जून को गुजरात के बिल्कुल दक्षिण जिलों में बहुत हल्की बारिश होगी।
इसके अलावा, चंडीगढ़ में सुखना झील जाने वाले पर्यटकों ने कहा कि हम यहां गर्मी से राहत पाने के लिए आए थे, लेकिन यह पर बहुत अधिक गर्मी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के रूप में तापमान कम हो जाएगा क्योंकि अगले दो से तीन दिनों में हल्की बारिश होगी। तेज हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ से राहत मिलेगी।
उत्तर भारत में आंधी-तूफान से मचा कोहराम
इस वक्त पूरे भारत में लोग चिलचिलाती गर्मी से परेशान हैं, लेकिन सोमवार शाम उत्तर प्रदेश, बिहार समेत पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में आंधी-तूफान ने जमकर तबाही मचाई। सबसे ज्यादा कोहराम बिहार में मचा है। मिली खबर के मुताबिक तीनों राज्यों में 33 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बिहार के औरंगाबाद में 5, झारखंड में 12, नवादा में 2, मुंगेर में 2 गया में 2 और कटिहार में 3 लोगों के मरने की खबर आई है। हालांकि अभी तक कोई भी आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश में भी पेड़ जमीन से उखड़ गए, तो कहीं दीवार ढह गई। यहां उन्नाव और बरसी के अलग-अलग इलाकों में 5 लोगों की मौत की खबर है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के मालदा में हवा का ऐसा बवंडर आया जिससे कई पेड़ गिर गए और इसमें 2 लोगों की मौत समेत 7 लोग घायल हो गए। ऐसे में जहां इस वक्त लोग गर्मी से परेशान है और मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं इस आंधी-तूफान ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी है।