देश का सबसे तेज एक्सप्रेसवे कहे जा रहे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की शुरुआत जल्द ही होने वाली है।
1. क्या है इसकी खासियतें:-
- इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों को 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से फर्राटा भरने की अनुमति होगी।
- नोएडा से आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर फिलहाल गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा है।
- दिल्ली को जाममुक्त करने की योजना के तहत यह अहम प्रॉजेक्ट है।
- यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल को जोड़ेगा।
- 135 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद, फरीदाबाद, पलवल और ग्रेटर नोएडा के बीच सिग्नल फ्री कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा।
- 11,000 करोड़ रुपये से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे 6 लेन को होगा। यही नहीं यह एक्सप्रेसवे इंटेलिजेंट हाइवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और विडियो इन्सिडेंट डिटेक्शन सिस्टम से लैस होगा।
- इस एक्सप्रेसवे पर लाइटिंग की पूरी सुविधा सोलर पैनल के जरिए दी जाएगी। यही नहीं इसका दृश्य भी बेहद सुंदर होगा क्योंकि इस एक्सप्रेसवे के किनारों पर तकरीबन 5 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।
- अब तक यूपी से हरियाणा और हरियाणा से यूपी जाने वाले तकरीबन दो लाख वाहन प्रतिदिन दिल्ली से होकर सफर करते थे। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने पर ये वाहन दिल्ली को बाईपास कर निकलेंगे, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।
- नैशनल एक्सप्रेसवे 2 कहे जाने वाले इस मार्ग पर पेट्रोल पंप, रेस्ट एरिया, होटल, रेस्तरां, दुकानों और रिपेयर सर्विसेज की सुविधा होगी।
- स्वच्छ भारत मिशन को ध्यान में रखते हुए हर 5 किलोमीटर की दूरी पर टॉइलट्स बनाए गए हैं। इस पूरे मार्ग पर 6 इंटरचेंज, 4 फ्लाईओवर, 71 अंडरपास और 6 आरओबी होंगे। इसके अलावा यमुना और हिंडन पर दो बड़े पुल होंगे।
- इस पर ओवर लोडेड वाहन एंट्री ही नहीं पा सकेंगे।
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आप जितना करोगे सफर, उतना होगा टोलइस
एक्सप्रेस वे पर इस तरह के कैमरे लगाए गए हैं, जो वाहन के एंट्री पर ही उसका नंबर कैप्चर कर लेंगे और जब वाहन एग्जिट करने लगेगा तो कंप्यूटर सिस्टम खुद ही गणना कर लेगा कि यह वाहन एक्सप्रेस वे पर कितना किलोमीटर चला है और उसी आधार पर उस वाहन का टोल लिया जाएगा।