एटा। तरबूज चुराने के आरोप में जिले में एक युवक को पेड़ से बांधकर पिटाई की गई। मामला सोशल मीडिया में वायरल होने पर पुलिस के संज्ञान में आया तो केस दर्ज करके घटना की जांच करने में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वीडियो में साफतौर पर देखा जा रहा है कि नदी के किनारे पर एक पेड़ से बांधकर एक युवक दूसरे को डंडे से पीट रहा है। आमतौर पर तरबूज नदियों के किनारे ही उगाये जाते हैं, इससे यह लग रहा है कि यह मामला उसी से संबंधित हो सकता है।
#WATCH Man tied to a tree and thrashed for stealing muskmelons in Etah. Police says, ‘a case has been registered over the incident and arrests will soon be made.” (Source: Mobile footage) pic.twitter.com/uiQoagKV35
— ANI UP (@ANINewsUP) May 23, 2018
आपको बता दें, इस तरह की वारदातें आये दिन होती रहती हैं। समाज में विकृत मानसिकता के पनपने और किसी को अपनी जिम्मेदारी और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के बारे में अच्छी सोच नहीं रखने की वजह से ऐसी घटनायें घटित हो जाती हैं।
अभी पिछले हफ्ते गुजरात में इसी तरह का मामला संज्ञान में आया था, जिसमें एक फैक्ट्री का मालिक अपने दलित कर्मचारी की पेड़ से बांधकर इतनी पिटाई कर दी कि उसकी मौत हो गई।
दलित संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया और सरकार से मांग की कि इस तरह की वारदातें राज्य में बढ़ती जा रही हैं और प्रदेश में दलित सुरक्षित नहीं हैं। सरकार दलितों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए कड़े कदम उठाये।
कभी यह सुनने में आता है कि किसी नौकर ने मालिक के यहां चोरी कर ली तो उसको भी इसी तरह से पेड़ में बांधकर पीटा गया। कभी घरेलू सहायिका अपने मालकिन के गहनों पर हाथ साफ कर बैठी तो उसके बाल नोंच लिए गये।
अब सवाल उठता है कि इस तरह की घटनायें आये दिन क्यों और कैसे होती हैं। क्या लोग खुद अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते हैं और दूसरों पर इस कदर निर्भर हो जाते हैं कि ऐसी घटनायें घटित हो जाती हैं या ऐसे लोग जो घटना को अंजाम देते हैं वे किसी चीज के लिए इतने लोलुप हो जाते हैं कि उन्हें वह बहुत बड़ी चीज लगती है।
ऐसे मामलों में स्थानीय पुलिस बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। केवल वह अपना काम ईमानदारी से करती रहे तो ऐसी घटनायें बहुत कम घटित हों या न के बराबर हों।