यूपी के अलीगढ़ जिले में एक कौशल विकास केन्द्र के ट्रेनिंग सेंटर पर लड़कियों से ईसाई बन कर पढ़ने का मामला सामने आया है। ईसाई बन कर नहीं पड़ने पर लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर से निकाले जाने की बात कही गई है।
यह घटना अलीगढ़ जिले के अतरौली क्षेत्र के डीडीयू जीकेवाई इंस्टिट्यूट की है। कुछ छात्राएं जीकेवाई इंस्टिट्यूट में एडमिशन के लिए आई थी जिन्हें 15 से 20 दिन तक रखा गया। उस दौरान इंस्टीट्यूट के लोगों ने ईसाई बनाने की कोशिश की और जब छात्राओं ने विरोध किया तो इंस्टिट्यूट में दाखिला नहीं दिया गया।बताया जा रहा है कि इंस्टिट्यूट में ओबीसी और जनरल की सीट न होने पर ईसाई बनाया जा रहा है।एससी की सीटें खाली है। जिन्हे भरने के लिए इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग करने वालों का धर्म बदलने की कोशिश में है। छात्राओं ने बताया कि इंस्टिट्यूट में ईसाई बनने और गले में ईसाई धर्म का लॉकेट पहनकर क्लास में आने को कहा जाता है और किसी के बाहर से चेकिंग करने आने पर ईसाई बताने को कहा जाता है इंस्टिट्यूट में करीबन ऐसी दो दर्जन लड़कियां हैं जिनको ट्रेनिंग के नाम पर ईसाई बनाया गया है।वहीं, छात्राओं का कहना है कि अगर इंस्टिट्यूट इसाईयों के लिए सीट है तो उन्हें ही सीट दे, हमारा धर्म परिवर्तन न कराए। अतरौली के गोधा रोड स्थित इस इंस्टिट्यूट में होटल मैनेजमेंट, बिजनेस बैंकिंग सहित कई कोर्सेज का प्रशिक्षण कराया जाता है।यहां स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही छात्राओं का कहना है कि ट्रेनिंग सेंटर के मैनेजर उनसे अभद्रता भी करते हैं। जिसके चलते कई छात्राओं ने प्रशिक्षण छोड़ दिया। धर्म और जाति के नाम पर इंस्टिट्यूट में बरगलाया जाता है।छात्राओं ने एक लिखित तहरीर एसपी ग्रामीण को दी है। वहीं एसपी ग्रामीण ने पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी अतरौली को सौप दी है और छात्राओं को कार्रवाई का भरोसा दिया है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ से अजय कुमार