कोझिकोड। तेज बुखार के कारण केरल के कालीकट जिले में कम से कम नौ लोग की मौत हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है कि नौ मृतकों में से दो दुर्लभ निपाह वायरस से प्रभावित थे।
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अन्य सात मरीजों की मौत के कारण की पुष्टि नहीं की है और परीक्षण के लिए नमूने भेजे गए हैं।
इस मामले की जांच के लिए एक टास्क फोर्स भी बनाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अन्य मृतकों के नमूने वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट मणिपाल को परीक्षण के लिए भेजा गया है। जिला कलेक्टर यू वी जोस के मातहत एक और जांच के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने आज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा के तहत कोझिकोड में सचिव स्वास्थ्य के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
निपाह वायरस चमगादड़ से फैलता है और जानवर और मनुष्य दोनों में गंभीर बीमारी का कारण बनता है।
किसी के शरीर के संपर्क आने, शरीर से तरल पदार्थ, लार और खांसी के माध्यम से मानव किसी भी व्यक्ति के शरीर में स्थानांतरित हो सकता है।
नड्डा ने अपने यात्रा के बारे में जिला राष्ट्रीय नियंत्रण केंद्र के निदेशक को कल निर्देश दिया और राज्य सरकार के परामर्श से प्रोटोकॉल द्वारा आवश्यक कदम उठाए गये।
बता दे, इससे पहले भी निपाह वायरस के कारण केरल के कोझिकोड जिले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।