ट्रेनों में भीड़ बढ़ने के साथ ही जीआरपी की तरफ से धन उगाही का गंभीर आरोप लगाते हुए आज वाराणसी में रेलवे कर्मचारियों ने जीआरपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। रेलवे कर्मचारी इस बात से बेहद नाराज थे कि उनके एक कर्मचारी को जीआरपी के जवानों ने सिर्फ इसलिए बुरी तरह पीटा क्योंकि उसने यार्ड में ट्रेन की बोगी का गेट उनके कहने पर नहीं खोला था।यही वजह है कि दोषी जीआरपी के जवानों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर मंडुवाडीह रेलवे फाटक के पास दर्जनों की संख्या में रेलवे कर्मचारी धरने पर बैठ गए। जिसे बाद में सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने यह भरोसा दिया की दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
वाराणसी में रेलवे कर्मचारियों का आरोप है कि रेलवे में कैरेज कर्मचारी गोपाल यादव 30 वर्ष कल शाम को शिवगंगा एक्सप्रेस निकलने के दौरान ट्रेन में मौजूद था। जब यार्ड से ट्रेन स्टेशन के लिए रवाना हुई तो पहले से ही वहां जीआरपी के जवान मौजूद थे और उन्होंने यार्ड में ही लोगों से पैसा लेकर सीट देने के लिए ट्रेन की बोगी का गेट खोलने को कहा लेकिन ऐसा करने से गोपाल यादव ने मना कर दिया। जिससे नाराज जीआरपी के जवानों ने उसे पहले बुरी तरह पीटा फिर बंदूक के मुद्दे से उसके सीने पर कई बार किए जिससे उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई। यूनियन के लोगों का कहना है कि जीआरपी के तरफ से धन उगाही की जाती है और मना करने पर रेलवे कर्मचारियों के संग इसी तरह रोज मारपीट होती है।